
चपरासी और ड्राइवर चढ़ा रहे मरीजों को प्लास्टर
संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज के ऑर्थो विभाग का मामला
सरकारी शुल्क की आड़ में मरीजों से होती है अबैध वसूली
ऑर्थो चिकित्सा पर लगा बाहर से दवा लिखे जाने सहित अवैध वसूली करने का आरोप
मिल्कीपुर अयोध्या
सौ सैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज के प्लास्टर कक्ष में अस्पताल के चपरासी और ऑर्थो चिकित्सक के ड्राइबर द्वारा अनवरत हड्डी रोग से ग्रसित मरीजों का प्लास्टर चढ़ाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के बाद मामले की शिकायत सीएमएस से हुई है, जहां सीएमएस ने प्रकरण में कार्यवाही का भरोसा शिकायतकर्ता को दे दिया है। बताते चलें कि संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज के ऑर्थो चिकित्सा के रूप में डॉ प्रवीण बरनवाल की तैनाती है। अस्पताल में ही चपरासी के रूप में धनंजय सिंह उर्फ मिंटू की तैनाती है, जो ओपीडी में मरीज का पर्चा जमा कर उन्हें चिकित्सक से दिखाने का काम करता है। ओपीडी कक्ष में ही ऑर्थो चिकित्सक का ड्राइवर छोटू नियमित रूप से बना रहता है। डॉ प्रवीण बरनवाल द्वारा हड्डी फ्रैक्चर मरीज का प्लास्टर हेतु सलाह देते हैं इसके उपरांत चपरासी धनंजय सिंह मिंटू एवं उनका ड्राइवर छोटू संबंधित मरीज को प्लास्टर कक्ष में ले जाते हैं और उनसे बिना निर्धारित सरकारी शुल्क की रसीद कटाए 500 से 1000 रुपए तक ऐठं लेते हैं। यह कम अस्पताल में ओपीडी अपराध 2:00 बजे समाप्त होने के बाद देर शाम तक चलता रहता है। कुछ ऐसा ही वाकया बुधवार को देखने को मिला जहां चपरासी और ड्राइवर द्वारा सुल्तानपुर जनपद के बिसावां गांव से आए विष्णु गौतम के हाथ के फ्रैक्चर का प्लास्टर बांधकर उससे बिना सरकारी शुल्क रसीद कटवाए 300 रूपए की अबैध वसूली कर ली गई। यही नहीं कई हड्डी रोग ग्रसित मरीजों को चपरासी और ड्राइवर ने अलग-अलग प्लास्टर लगाए। अस्पताल पहुंचे लोगों ने इसका विरोध करते हुए हंगामा किया और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से समूचे घटनाक्रम और खुलेआम की जा रही अवैध वसूली की शिकायत की है तथा आरोप लगाया है कि अस्पताल के ऑर्थो चिकित्सक द्वारा कभी भी प्लास्टर के नाम पर मरीजों को हाथ तक नहीं लगाया जाता है। जिसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि जब से अस्पताल संचालित हुआ है तब से कई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो कि आउट सोर्सिंग के माध्यम से अस्पताल में कार्यरत हैं, एक ही पटल पर जमे हैं, उनका पटल बदल दिया जाए। जिससे भ्रष्टाचार और अवैध वसूली पर अंकुश लग सकेगा। शिकायतों के बाद अस्पताल के सीएमएस डॉ रवि पांडे द्वारा मामले में जांच करते हुए कार्रवाई का आश्वासन देते हुए उनका पटल बदलने की बात कही गई है।