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7 सितम्बर रविवार को लग रहा है खग्रास चंद्रग्रहण

चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटा पूर्व लगता है-पं बृजेश पाण्डेय ज्योतिषचार्य
गोरखपुर । इस माह 7 सितम्बर को लगने वाले चंद्रग्रहण को लेकर भारतीय विद्वत् महासंघ के महामंत्री व श्री हनुमत ज्योतिष सेवा संघ के संस्थापक ज्योतिषचार्य पंडित बृजेश पाण्डेय ने बताया कि ऋषिकेश पंचांग अनुसार ग्रहण रात्रि 9 बजकर 57 मिनट पर लगेगा।
रात्रि 11 बजकर 42 मिनट पर मध्य होगा तथा ग्रहण का मोक्ष मध्यरात्रि के उपरांत 1 बजकर 26 मिनट पर होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पूर्व लगता है जो कि 7 सितम्बर दिन रविवार को दोपहर के उपरांत 12 बजकर 57 मिनट से लग जायेगा। ग्रहण सूतक में बालक,वृद्ध,
रोगी,और गर्भवती महिलाओं को छोड़ कर स्वस्थ्य लोगों को अन्न,जल ग्रहण नहीं करना चाहिये। 7 सितंबर के दिन दोपहर 12 बजकर 57 मिनट के पहले ही भोजन पानी आदि ग्रहण कर लेना चाहिए। तथा घर में रखे घी,अचार,अन्नादि सामग्रीयों मे कुश के टुकड़े और तुलसी पत्र डाल कर रखना चाहिए। घर के पूजा स्थान मंदिर में मध्यान्ह भोग आरती के बाद कुश रखकर पट बंद करके रखें। गर्भावती महिलाएँ अपने पास कुश रखे और मुख्य ग्रहण काल के पूर्व ही भोजन,जल,और दवा ले लें। पंडित बृजेश पाण्डेय ने यह भी बताया कि ग्रहण काल के दौरान कभी भी सोना नहीं चाहिए। मुख्य ग्रहण काल के समय भोजन,पानी पीना,खाना और मल मूत्र त्याग वर्जित करने कि शास्त्रों मे मान्यता है। ग्रहण कुम्भ राशि पर लग रहा है,अतः कुम्भ राशि वाले व्यक्ति ग्रहण को विल्कुल ना देखें। खुले स्थान के बजाय अपने घर के अंदर ही रहें। ग्रहण के स्पर्श,मध्य और मोक्ष तीनो समय पवित्र नदियों तीर्थो में स्नान करना चाहिए। चंद्रमा के मंत्र या गुरु मंत्र जप को करते रहना फालदाई होता है।
मोक्ष के उपरान्त व्यक्ति को दान पुण्य करना चाहिये,जिससे आनंत फल कि प्राप्ति होती है।

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