पुलिस पर युवकों से मारपीट और झूठे प्रकरण में फँसाने का आरोप पुलिस महानिरीक्षक से हुई शिकायत
डिंडौरी जिले के दो युवकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस महानिरीक्षक बालाघाट को लिखित शिकायत दी है। शिकायतकर्ता ने थाना डिंडौरी के थाना प्रभारी सहित पाँच पुलिसकर्मियों पर बिना वारंट अवैध रूप से हिरासत में लेकर मारपीट करने, गाली-गलौच करने और झूठे प्रकरण में फँसाकर जेल भेजने का आरोप लगाया है।दुकान से उठा ले गई पुलिसशिकायत के अनुसार, ग्राम चटुवा निवासी राजेश चंदेल (25 वर्ष) मडैयाटोला, पुरानी डिंडौरी में बिरयानी सेंटर चलाता है। 26 अगस्त की शाम करीब 5-6 बजे डिंडौरी पुलिसकर्मी अचानक उसकी दुकान पर पहुँचे और उसे जबरन समनापुर बायपास रोड पर ले जाकर गालियाँ देते हुए लात-घूँसों से पीटा। शिकायतकर्ता का कहना है कि मारपीट के बाद उसे वहीं छोड़ दिया गया।अगले दिन फिर की मारपीटआरोप है कि इसके अगले दिन यानी 27 अगस्त को दोपहर लगभग 3 बजे, पुनः पुलिसकर्मी उसकी दुकान पर पहुँचे और मारपीट कर जबरन थाने ले गए। थाने पहुँचने के बाद उसे पुलिस वाहन से उतारकर दूसरे वाहन में बैठाकर "डायल-100" रूम में ले जाया गया। वहाँ थाना प्रभारी दुर्गादास नागपुरे, आरक्षक रोहित पटेल, भूपेन्द्र यादव, दीपक और हनुमान सिंह ने मिलकर निर्वस्त्र कर बुरी तरह पीटा।गंभीर चोटें, झूठा केस दर्जयुवक का कहना है कि मारपीट से उसकी पीठ, पेट और पैरों में गंभीर चोटें आईं। इसके बाद पुलिस ने उसके मोबाइल से घटना की रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी और उस पर धारा 151 भा.दं.सं. के तहत झूठा प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया।आईजी से की न्याय की मांगपीड़ित युवक ने पुलिस महानिरीक्षक से पूरे मामले की उच्च स्तरीय जाँच कर थाना प्रभारी एवं संबंधित पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज करने की मांग की है। साथ ही भविष्य में सुरक्षा प्रदान करने की भी अपील की है।