
*हरियाणा की शान, मानसिक स्वास्थ्य की आवाज़ — डॉ. कामाक्षी को “भारत सम्मान” अवार्ड से नवाज़ा गया*
कुण्डली, सोनीपत|
मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए हरियाणा का नाम रोशन करने वाली *“एनचांटेड सेल्फ काउंसलिंग सर्विसेज़”* की संस्थापक डॉ. कामाक्षी को दिल्ली में आयोजित भव्य *ग्लोबल अवार्ड समारोह* में *“भारत सम्मान”* से सम्मानित किया गया। इस आयोजन में देश-विदेश से जुड़ी कई नामी हस्तियां, राजनेता, डॉक्टर, शिक्षाविद और गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इस अवसर पर डॉ. कामाक्षी को *“हरियाणा की सर्वश्रेष्ठ साइकोलॉजिस्ट”* की उपाधि दी गई।
*उनकी उपलब्धियाँ:*
डॉ. कामाक्षी ने अब तक हज़ारों लोगों को अवसाद, तनाव, चिंता और रिश्तों की जटिलताओं से बाहर निकलने में मदद की है। वे केवल इलाज नहीं करतीं, बल्कि कहानियाँ सुनती हैं। उनका मानना है—
“साहस सिर्फ युद्धभूमि में नहीं होता, असली साहस तो हमारे भीतर की अदृश्य लड़ाइयों को जीतने में है।”
*उनका विज़न:*
• एक ऐसा भारत, जहाँ मानसिक स्वास्थ्य सिर्फ़ चर्चा का विषय नहीं, बल्कि प्राथमिकता बने।
• जहाँ “मैं ठीक हूँ” के पीछे छुपा दर्द भी सुना जाए।
• जहाँ हर व्यक्ति — चाहे छात्र हो या सांसद — बिना झिझक कह सके:
“मुझे मदद चाहिए” — बिना शर्म, बिना डर।
उनकी अनोखी परामर्श शैली, गहरी संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण ने उन्हें हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश में एक प्रेरणास्रोत बना दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि डॉ. कामाक्षी जैसे मनोवैज्ञानिक ही आज की पीढ़ी को यह सिखा रहे हैं कि —
*“मन स्वस्थ तो जीवन श्रेष्ठ।”*