वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ गणेश जी
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ" गणेश जी के एक प्रसिद्ध मंत्र का भाग है, जिसका अर्थ है: "हे घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर वाले, करोड़ों सूर्यों के समान तेजस्वी देव!" यह मंत्र व्यक्ति से प्रार्थना करता है कि वे हमेशा उसके सभी कार्यों को बाधा रहित और सफल बनाएँ।
आज गणेश जी का पूजा विधि विधान से किया।