
उत्तराखंड राज्य आन्दोलन में सम्मिलित शिक्षक नेता का विचार
आज उत्तराखण्ड राज्य बने हुए 25वर्ष पूरे होने वाले हैं, मुझे याद है जब सारे कर्मचारी शिक्षक आन्दोलन की राह पर थे,और एक नारा था -
कोदा झंगोरा खायेंगे, उत्तराखण्ड राज्य बनायेंगे।।
उत्तराखंड बना और 25वर्ष व्यतीत होने वाले हैं,इसका लाभ आप सभी देख रहे हैं और हानियां भी आप लोग देख रहे हैं, उत्तराखण्ड राज्य निर्माण का मुख्य ध्येय स्थानीयता था, स्थानीय विकास से राज्य का विकास।
रोजगार के बारे में भी आप देख रहे हैं,।
ग्रामीण क्षेत्रों का विकास भी हमारी नज़रों के सामने है।
अधिसंख्य गांव शहरी चकाचौंध एवं रोजगार की ढूंढ़ से खाली हो गये हैं,और गांव सुनसान हो रहे हैं।
ग्रामीण खेती बाड़ी पर बन्दरों,गोंणियो,तथा जंगली सूअरों (भुनो) का कब्जा हो गया है।
मुझे अब उत्तराखण्ड आन्दोलन के समय का नारा याद आ रहा।
कोदा झंगोरा खायेंगे उत्तराखण्ड राज्य बनायेंगे।
कोदा झंगोरा भी आज हमें कहीं से मंगाना पड़ेगा। क्योंकि खेती बाड़ी वंजर हो चुकी है।
हे उत्तराखण्डियों जागा और अपड़ा उत्तराखण्ड के विकास के लिए पलायन को छोड़ अपणा घर गांव की ओर रूख करा जिससे आन्दोलन कारियों के स्वप्न का उत्तराखण्ड सचु ह्वै जाव।और सच्चा उत्तराखण्डी बणा।
सुन्दर नारायण मिश्रा
उतराखण्डी