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राष्ट्रनायक नरेंद्र मोदी – पुस्तक प्रकाशित

राष्ट्रनायक नरेंद्र मोदी – पुस्तक प्रकाशित


भारतीय राजनीति, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और आधुनिक भारत के पुनरुत्थान का अध्ययन करने वाले जाने-माने शोधकर्ता और लेखक डॉ. मंगेश गोविंदराव आचार्य द्वारा लिखित नव-प्रकाशित ग्रंथ "राष्ट्रनायक नरेंद्र मोदी" आज पाठकों के हाथों में पहुँचा है, जिसने समाज के विचारकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों और आम पाठकों में जबरदस्त उत्सुकता पैदा की है। इस ग्रंथ की विशेषता यह है कि इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व का केवल राजनीतिक विश्लेषण नहीं किया गया है, बल्कि उनके जीवन की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और वैचारिक यात्रा का गहन विवेचन किया गया है।
पुस्तक में प्रस्तुत सामग्री केवल एक जीवनी नहीं है। यह एक संपूर्ण राष्ट्रनायक की जीवन-साधना का दर्शन कराती है। वडनगर के एक साधारण रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाले एक बालक का सफर, आगे चलकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुशासित कार्यप्रणाली से विकसित हुआ, सामाजिक कार्यों से जनमानस से जुड़ा, और अंततः भारतीय राजनीति के सर्वोच्च पद पर आसीन होकर भारत को वैश्विक मानचित्र पर एक नया स्थान दिलाया। इस यात्रा के हर पड़ाव को लेखक ने अत्यंत सूक्ष्मता और शोधपरक दृष्टिकोण से समझाया है।
लेखक की विशेषता यह है कि उन्होंने मोदीजी के राजनीतिक करियर की सफलताओं और विफलताओं का पता लगाते हुए गीता के कर्मयोग, स्वामी विवेकानंद और श्रीअरविंद के विचारों की छाया, भारत माता के प्रति अटूट भक्ति, साथ ही त्याग और अनुशासन की अविचल साधना का संदर्भ लिया है। इसलिए, यह ग्रंथ सिर्फ एक राजनीतिक नेता का चरित्र न होकर एक राष्ट्रऋषि की जीवनगाथा बन जाता है।
ग्रंथ में विशेष जोर मोदीजी की आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, शिक्षा व विकास नीतियों, और वैश्विक पटल पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने के उनके प्रयासों पर दिया गया है। लेखक ने दिखाया है कि मोदीजी के लिए राष्ट्र केवल एक भू-भाग नहीं है, बल्कि वह एक जीवित माता है, जिसकी सेवा करना ही सर्वोच्च साधना है।
इस ग्रंथ के प्रकाशन को एक और महत्व प्राप्त हुआ है, क्योंकि इस पुस्तक को महाराष्ट्र के जाने-माने जन प्रतिनिधियों, काटोल-नरखेड विधानसभा के माननीय विधायक श्री चरणसिंगजी ठाकूर, और वरुड-मोर्शी विधानसभा के माननीय विधायक चंदुभाऊ यावलकर की शुभकामनाएँ मिली हैं। साथ ही, अंत्योदय महाविद्यालय, देवग्राम के प्राचार्य डॉ. देवेंद्र भोंगडे ने भी इस ग्रंथ पर विशेष गर्व व्यक्त करते हुए अपने शुभकामना-विचार प्रकट किए हैं। इसलिए, इस ग्रंथ को न केवल शैक्षणिक बल्कि सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण मान्यता मिली है।
आज की युवा पीढ़ी के लिए यह ग्रंथ एक दीपस्तंभ साबित हो, ऐसी उम्मीद है। क्योंकि इससे उन्हें केवल राजनीति की दिशा नहीं, बल्कि जीवन में तप, संयम, सेवा और राष्ट्रनिष्ठा की सच्ची प्रेरणा मिलेगी। नरेंद्र मोदी का जीवन-सफर एक सामान्य व्यक्ति द्वारा राष्ट्रसेवा के माध्यम से असाधारणता के शिखर तक पहुँचने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। यह ग्रंथ पाठकों के हाथों में जाकर राष्ट्रीय आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, इसमें कोई संदेह नहीं है।

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