
पुरुष आयोग एक महत्वपूर्ण पहल सम्पूर्ण भारत के 151 जिलों मे लगेगा केम्प
मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण आर्गेनाइजेशन संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ तपन अग्निहोत्री जी से मिली जानकारी के द्वारा 31 अगस्त 2025 को सम्पूर्ण भारत के 151 जिलों मे पुरुष आयोग बनाने के उपलक्ष मे हस्ताक्षर अभियान चला रही है जिसमे प्रत्येक जिले मे केम्प लगाये जायेंगे पुरुष आयोग का अर्थ है किसी का पुत्र किसी का पिता किसी का पति किसी का भाई यह सब पुरुष आयोग की श्रेणी मे आते है पुरुषो के लिये कोई क़ानून न होने के कारण पुरुषो पर हो रहें अत्याचार एवं उत्पीड़न और झूठे आरोप से बचाव हेतु पुरुष आयोग का बनना जरूरी हो गया है झूठे आरोप एवं उत्पीड़न से परिवार एवं बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है आर्थिक.शारीरिक एवं मानसिक प्रभाव पड़ता है तथा परिवार के सदस्यों मे अशांति का आभाव बना रहता है पुरुष आयोग बनने से लगाये गये आरोप की संस्था द्वारा जाँच करने के बाद निर्णय लिया जाता है जिससे लगाया गये आरोप के अनुसार सच और झूठ सामने आता है अतः कुछ महिलाये भी होती है जिनके साथ भी अन्याय होता पुरुष आयोग बनने से महिलाओ को भी न्याय जल्द मिल सकेगा मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण संस्था एक निस्वार्थ समाज सेवा समिति है जिसमे अन्याय नहीं केवल न्याय को ही महत्वपूर्ण माना जाता है आज के समय पुरुषो के लिये कोई आयोग एवं क़ानून न होने के कारण कुछ महिलाओ द्वारा क़ानून का दुरपयोग किया जा रहा है जिससे पुरुष प्रताड़ित हो रहें है एवं हताश होकर खुदखुशी कर रहें है क़ानून दोनों के हित बराबर होने चाहिए ताकि किसी के भी साथ अन्याय न हो जय हिन्द