
पीतल नगरी डिपो में बिरयानी के नाम पर परोसा जा रहा 'ज़हर', परिवहन निगम की आड़ में फल-फूल रहा अवैध कारोबार
मुरादाबाद के पीतल नगरी बस डिपो में यात्रियों की सेहत से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। परिवहन निगम की आड़ में यहाँ कैंटीन व स्टॉलों पर न केवल छपे हुए रेट से महंगा सामान बेचा जा रहा है, बल्कि बिरयानी जैसे व्यंजनों के नाम पर यात्रियों को ज़िंदा ज़हर परोसा जा रहा है।
मौके पर मौजूद यात्रियों ने बताया कि डिपो परिसर में खाद्य सामग्री की गुणवत्ता बेहद खराब है। खाने से बदबू आती है, वहीं बिरयानी में मांस की ताजगी पर भी सवाल उठ रहे हैं। कई लोगों ने खाने के बाद तबीयत बिगड़ने की शिकायत की है। इसके बावजूद कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही।
अवैध वेंडरों की भरमार, पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत?
डिपो परिसर में बिना अनुमति के कई वेंडर खुलेआम सामान बेच रहे हैं। जानकारी के अनुसार इन अवैध वेंडरों को स्थानीय पुलिस और डिपो प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते यह कारोबार बेखौफ चल रहा है।
यात्रियों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। कुछ यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस कर्मी इन अवैध वेंडरों से नियमित "हफ्ता" वसूलते हैं, जिससे यह गोरखधंधा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
प्रिंट रेट से महंगे दामों पर सामान
डिपो में बिक रहे स्नैक्स, पानी की बोतल, चाय, और अन्य खाने-पीने की चीज़ें एमआरपी से अधिक दामों पर बेची जा रही हैं। जब इस बारे में वेंडरों से पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि "यहाँ ऐसे ही चलता है, खरीदना है तो लो।"
प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में
अब सवाल उठता है कि परिवहन निगम और जिला प्रशासन इस पूरे मामले में क्या कदम उठा रहा है? क्या यात्रियों की जान की कोई कीमत नहीं? अवैध वेंडरों, मिलावटी खाने और अधिक दाम वसूलने पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की गई?