भ्रष्ट एवं घूसखोरी में लिप्त पदाधिकारी नितीश कुमार के सुशासन की सरकार का कलंक
भ्रष्ट एवं घूसखोरी में लिप्त पदाधिकारी सुशासन की सरकार का कलंक रिपोर्ट, अशोक कुमार पटना पटना : वर्तमान परिदृश्य में एक के बाद एक पदाधिकारियों के यहाँ छापे में करोड़ों करोड़ों का संपत्ति पकड़ाना, रुपए को बेरुखी से जला देना यह सुशासन की सरकार का कलंक जैसा प्रतीत होता दिख रहा है। यह कोई एक पदाधिकारी की बात नहीं है हजारों की संख्या में मंत्री, विधायक, डॉक्टर, इंजीनियर सभी इस खेल में शामिल हैं। कोई शराब का खेल खेल रहा है तो कोई दवा का खेल तो कोई बालू का खेल और ये सभी खेल अंतत: पैसों का ही खेल है। पटना में इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) ने बड़ी कारवाई करेत हुए ग्रामीण कार्य विभाग में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के पद पर काम कर रहे विनोद कुमार राय के ठिकाने पर छापेमारी की है. ईओयू को रेड में अब तक लाखों रुपये कैश, गहने और लाखों रुपये की घड़ियां बरामद हुई हैं.विनोद कुमार राय एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं. इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग में नौकरी शुरू की. कहा जाता है कि जब उन्होंने शुरू-शुरू में अपनी मेहनत और अपनी तकनीकी दक्षता से अपने दफ्तर में सभी को काफी इंप्रेस किया था. बिहार सरकार के लिए काम करते हुए विनोद राय की भूमिका सड़क और बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट में सबसे अहम रही. सूत्र बताते हैं कि ऐसे प्रोजेक्ट पर काम करते हुए उन्होंने खूब पैसे भी बनाए. वेतन के अलावा मिलने वाले पैसे की चमक उनके रहन-सहन और पहनावे पर भी दिखने लगा. उनके आए इस बदलाव उनके सहकर्मियों का ध्यान भी कई बार खींचा. कई बार तो लोगों के बीच इस बात को लेकर भी चर्चा होती थी कि इतना बड़ा आलीशान घर और लग्जरी गाड़ियां उनकी प्रोफाइल से मेल नहीं खाती है माना जाता है की नीतिश सरकार में व्यवस्था दुरुस्त हुआ है किंतु अफसरशाही भी चरम पर है। आम जनता बिलबिला रही है। कहीं कोई काम बिना पैसे के नहीं होता है यही कारण है कि सुशासन की सरकार बदनाम हो रही है। मुख्यमंत्री जी के पास तक यह समाचार तो जाता ही होगा किंतु बिलम्व से जाने पर इस पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। जदयू महानगर उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार भी कई बार मुख्यमंत्री से मिलने की पहल किए किन्तु समय नहीं मिल सका। अगर समय मिला होता तो बहुतेरे क्षेत्र की बात माननीय मुख्यमंत्री से खरा खोटा कहते है और आग्रह करते कि इसपर अविलंब रोक लगाया जाए ।