
धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड छांगुर की 13 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच, दुबई से हुई थी 20 करोड़ की फंडिंग, नीतू के नाम खरीदी संपत्ति - ED ACTION ON CHHANGUR
BABAलखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ जोनल ऑफिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की 13 अचल संपत्तियों को अटैच किया है. इन संपत्तियों की कुल कीमत लगभग 13.02 करोड़ रुपये बताई गई है.
ईडी ने यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम 2002 के तहत की है. अटैच की गई संपत्तियां नीतू रोहरा और नवीन रोहरा के नाम से खरीदी गई थीं. बलरामपुर के उतरौला के चर्चित छंगूर और उसके सहयोगियों से जुड़े धर्मांतरण और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का खुलासा होने के बाद लगातार कार्रवाई हो रही है.
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, अटैच की गई संपत्तियां उत्तरौला, जिला बलरामपुर में हैं. ईडी की जांच एटीएस, लखनऊ द्वारा दर्ज एक एफआईआर के आधार पर शुरू हुई थी. जिसमें बड़े पैमाने पर अवैध धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की साजिश के आरोप लगाए गए थे.
छंगूर पर आरोप है कि बलरामपुर स्थित चांद औलिया दरगाह से एक बड़ा नेटवर्क खड़ा किया था. वह यहां नियमित रूप से ऐसे कई धार्मिक आयोजन करता था. जिनमें भारत और विदेशों से लोग शामिल होते थे. इन आयोजनों के जरिए अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से कमजोर हिंदू समाज के लोगों को योजनाबद्ध तरीके से प्रलोभन, दबाव और भावनात्मक हेरफेर के जरिए धर्मांतरण कराया जाता था.ईडी की जांच में यह सामने आया है कि छंगूर और नवीन रोहरा ने एक संगठित साजिश के तहत दुबई स्थित कंपनी यूनाइटेड मरीन के जरिए संदिग्ध स्रोतों से करोड़ों रुपये भारत लाए. लगभग 21.08 करोड़ रुपये एनआरआई खाते के माध्यम से भारत लाकर बलरामपुर के उत्तरौला में नीतू रोहरा के नाम पर कई संपत्तियां खरीदी गईं.
छंगूर को 28 जुलाई 2025 और नवीन रोहरा को 4 अगस्त 2025 को गिरफ्तार किया गया था. दोनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. ईडी ने कहा है कि इस मामले की जांच अभी जारी है और जल्द ही और खुलासे हो सकते हैं.