
साहित्यकार डॉ० कृष्ण नारायण प्रसाद मागध को पद्मश्री पुरस्कार के लिए नामित ना करना बड़े साहित्यकारों का अपमान
पटना। बिहार सरकार के माननीय मुख्यमंत्री जी साहित्य के क्षेत्र में योगदान देने वालों को कई अहम पुरस्कारों से पुरस्कृत किए। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के गृह जिला नालंदा अंतर्गत बेन थाना के छकौड़ी विगहा ग्राम निवासी स्व० डाॅ० कृष्ण नारायण प्रसाद मागध जी को अब तक न जान पाए न उनके नाम पद्मश्री पुरस्कार की घोषणा कर सके। स्थानीय निवासी अशोक कुमार अपने स्तर से हर संभव कोशिश कर रहे हैं तथा विभिन्न संगठनों एवं मंचों से इनके पद्मश्री पुरस्कार की माँग करते रहे हैं। कई बार मीडिया में भी इस बात को उठाया गया किंतु अभी तक उनके लिए कुछ भी न जाना गया ना सुना गया। डॉ० शिवनारायण जी को वी०पी० मंडल पुरस्कार दिए गए जबकि ये डॉ० शिवनारायण जी भी डॉ० कृष्ण नारायण प्रसाद जी के लेखन से सीखा करते थे। उनके जीवन काल में प्रेरणा स्रोत ग्रहण कर रहे थे। पी०के० साही जी के शिक्षा मंत्री रहते हुए भी अशोक कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में स्वयं एक प्रतिवेदन माननीय मंत्री जी को दिए किंतु इसके बाद भी अभी तक उनके नाम से पद्मश्री पुरस्कार की घोषणा सरकार द्वारा नहीं किया जाना सही अर्थों में बड़े साहित्यकार का घोर अपमान है।