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संस्कारधानी जबलपुर की धरती पर चमके सिंग्रामपुर के नन्हे सितारे, स्वयं भू स्त्रोत परीक्षा में रचा गया इतिहास

///सिंग्रामपुर///
साधना, संस्कार और शिक्षा का अद्भुत संगम जब होता है, तो परिणाम चमत्कारी ही होते हैं। लार्डगंज जैन मंदिर, लाखाभवन, जबलपुर में आयोजित स्वयं भू स्त्रोत परीक्षा में सिंग्रामपुर की विद्या समय संस्कारोदय पाठशाला के बच्चों ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि समर्पण और मार्गदर्शन से असंभव कुछ नहीं।

आचार्य भगवन श्री 108 समय सागर महाराज जी के दिव्य सानिध्य एवं प्रेरणा से आयोजित इस प्रतियोगिता में जब परिणाम घोषित हुआ, तो सिंग्रामपुर पाठशाला के सात में से छह बच्चों ने प्रथम स्थान प्राप्त कर सभी को चौंका दिया।
इन नन्हे प्रतिभावानों – आरवी, जैन, श्रेया, अमोल, निशांक, आरव और अविरल – ने सिर्फ परीक्षा ही नहीं, बल्कि पूरे समाज का दिल जीत लिया।

बच्चों की इस शानदार उपलब्धि के पीछे पाठशाला की समर्पित बहनों – श्रद्धा, चंचल, और सृष्टि – का अथक परिश्रम और संस्कारयुक्त शिक्षा का योगदान रहा, जिन्होंने न केवल ज्ञान का दीप जलाया, बल्कि बच्चों के चरित्र को भी गढ़ा।

पुरस्कार वितरण नवाचार्य 108 समय सागर जी महाराज जी के आशीर्वाद से संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान मंदिर प्रांगण में बच्चों और शिक्षिकाओं का श्रीफल, माला एवं जयघोष के साथ भव्य स्वागत किया गया। समाज ने पूरे नगर में गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली, जो इस उपलब्धि का सजीव प्रमाण बन गई।

कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ हुआ, लेकिन यह उपलब्धि आने वाले समय में समाज और संस्कृति की नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनकर अमिट रहेगी।

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