
धर्मांतरण पर बवाल ईसाइयों का सवाल
कोरबा मसीही समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया वजह है बीते दिन चर्चों में की गई तोड़फोड़ और पुरुषों महिलाओं बच्चों के साथ मारपीट एवं धर्मांतरण का झूठा आरोप ।
कुछ संगठनों का कहना है कि लालच देकर पैसा देकर चर्च बुलाते हैं और बाद में उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं इसलिए हम उन सभी का विरोध कर रहे हैं ।
जबकि मसीही लोगों का कहना है हम प्रेम का संदेश देते हैं। सभी के लिए प्रार्थना करते हैं किसी का धर्म परिवर्तन नहीं करते।लोग अपने स्वेच्छा से अपने तकलीफ़ों को लेकर आते हैं और हम सिर्फ़ प्रार्थना करते हैं ।
आप हम पर आरोप क्यों लगाते हैं उन्हीं लोगों से पूछें।
चर्च में मारपीट गाली गलौज क्यों करते हैं ।आप बात करें हम भी बात करेंगे।
हम परिवारवालों के साथ जन्मदिन या अन्य प्रकार के ख़ुशियाँ मनाते हैं आप लोग वहाँ आकर कार्यक्रम में विघ्न डालते हैं और परेशान करते हैं।क्या यह उचित है क्या हम इकट्ठा होकर ख़ुशियाँ भी ना मनायें ।
इसलिए मसीही समाज के सैकड़ों लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा गया ।
कोरबा चर्च वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रेव्ह.सीमा गोस्वामी
का कहना है कि देश में संविधान से ही सारे नियमों का संचालन होता है. यह हमारा मौलिक अधिकार है कि धर्म का प्रचार प्रसार करें.हम पर अक्सर यह झूठा आरोप लगाया जा रहा है कि हम धर्मांतरण करवा रहे हैं. हम कह रहे हैं धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है। राजनीति करना बंद करे।इस बात को अवगत कराने के लिए हम सभी के द्वारा इकट्ठा होकर प्रशासन को संविधान का पालन करने और अपने धर्म के पालन के लिए उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है ।