
13 दिनों बाद काम पर लौटे जिले के तहसीलदार व नायब तहसीलदार उर्वरक खाद वितरण कराने के लिए तहसीलदार ने संभाला मोर्चा चार घंटे तक वितरण केन्द्र में मौजूद रहकर करते रहे निगरानी।
जिले के तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार पिछले 13 दिनों से राष्ट्रीय आपदा कार्य को छोड़कर अन्य राजस्व संबंधी कार्यो से विरत होते हुये हड़ताल पर चले गये थे। राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव के आश्वासन के बाद आज दिन मंगलवार से तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार काम पर लौट आये हैं। तहसीलदार सरई, बरका समिति पहुंच खाद वितरण व्यवस्था को देखा और मोर्चा संभालते हुये करीब 4 घंटे तक मौजूद रहकर खाद वितरण कराएं।
खाद का वितरण किसानों को उनकी प्रति हेक्टेयर भूमि की साख परमिट के आधार पर किया जाता है, जिसे सहकारी बैंक किसानों को जारी करते हैं। जांच के दौरान यह पाया गया कि शासकीय खाद का वितरण नियमानुसार एवं परमिट के आधार पर ही किया गया है। वहीं नगदी राशि से खाद प्राप्त करने के लिए निजी विके्रताओं को अतिरिक्त आवंटन देकर अधिकृत किया गया है। प्राप्त शिकायतों में उल्लेख था कि किसानों से अधिक मूल्य लेकर खाद दी जा रही है, किंतु तहसीलदार द्वारा मौके पर की गई जांच में ऐसी कोई स्थिति नहीं पाई गई। तहसीलदार सरई की त्वरित कार्यवाही से किसानों में संतोष का माहौल है। ग्रामीणों एवं कृषक समुदाय द्वारा तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्रा के सक्रिय, पारदर्शी एवं संवेदनशील कार्य की सराहना की गई तथा विश्वास व्यक्त किया गया कि भविष्य में भी इस प्रकार की समस्याओं का समाधान तत्परता से होता रहेगा।