
भाटापारा अधिवक्ता संघ का एक गंभीर खुलासा.....
भाटापारा अधिवक्ता संघ का एक गंभीर खुलासा.....
भाटापारा -अधिवक्ता संघ भाटापारा ने एक गंभीर खुलासा करते हुए पुलिस विभाग और एक व्यक्ति विशेष अधिवक्ता के बीच कथित सांठगांठ का मुद्दा उठाया है। संघ का कहना है कि पुलिस विवेचना अधिकारी जानबूझकर पक्षकारों को उसी अधिवक्ता का नाम सुझाते हैं और दबाव डालते हैं कि उन्हें नियुक्त किया जाए। इस प्रकार की अवैध प्रक्रिया से न केवल अधिवक्ताओं का स्वतंत्र व्यवसाय बाधित हो रहा है, बल्कि आम जनता के न्याय पाने के अधिकार पर भी गहरा प्रहार हो रहा है। 11 अगस्त 2025 को अधिवक्ता संघ भाटापारा का प्रतिनिधि मंडल पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता, जिला आबकारी अधिकारी और कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इसमें विशेष रूप से यह आरोप लगाया गया कि थाना भाटापारा शहर, ग्रामीण, निपनिया चौकी, धाना हथबंद और सुहेला थाना क्षेत्र में कार्यरत पुलिस अधिकारी विवेचना के दौरान पक्षकारों को पत्र लिखकर केवल उसी अधिवक्ता की ओर मोड़ रहे हैं। संघ का कहना है कि यह स्थिति वर्षों से चली आ रही है। शिकायतें पहले भी की गईं, लेकिन सुधार के बजाय यह अवैधानिक प्रथा और मजबूत होती चली गई। इससे न्यायालय परिसर में वकालत कर रहे अनेक अधिवक्ताओं का भविष्य प्रभावित हो रहा है। संघ ने इसे पुलिस और अधिवक्ता के बीच दलाली प्रथा करार दिया।
ज्ञापन सौंपे जाने के बाद एसपी भावना गुप्ता ने अधिवक्ता संघ को आश्वस्त किया कि अधीनस्थ अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी जाएगी और इस प्रकार के अवैध दबाव पर तत्काल रोक लगाई जाएगी। संघ ने जिला आबकारी अधिकारी से भी अपेक्षा की कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भविष्य में इस प्रकार के कार्यों से दूर रहने के स्पष्ट निर्देश दें। साथ ही, कलेक्टर को प्रस्तुत आवेदन में अधिवक्ता संघ ने न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं के लिए बैठक हेतु शेड निर्माण और अधिवक्ता कक्ष की बिजली बिल अदायगी का भी मुद्दा उठाया। संघ ने साफ शब्दों में कहा है कि यदि पुलिस विभाग और प्रशासन इस अवैध प्रथा पर शीघ्र कार्रवाई नहीं करते, तो अधिवक्ता संघ भाटापारा उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।