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सूर्य नारायण हांसदा का एनकाउंटर है या साजिश जांच का विषय

डकैता, ललमटिया
गोड्डा झारखंड, 12/08/2025 मंगलवार।
सूर्या हांसदा के घर में आज मातम पसरा हुआ है। परिजन सवाल कर रहे हैं — “अगर वह अपराधी था, तो अदालत में पेश क्यों नहीं किया गया? हिरासत में लेने के बाद जंगल में क्यों ले जाया गया?”
परिजनों का कहना है कि सूर्या हांसदा को देवघर क्षेत्र से पुलिस ने विधिवत हिरासत में लिया था। लेकिन इसके बाद, हथियार बरामद कराने के नाम पर उसे लालमटिया थाना क्षेत्र के जंगल में ले जाया गया और वहीं मुठभेड़ (एन्काउंटर) में उसकी जान ले ली गई। उनका आरोप है कि यह मुठभेड़ असल में एक सुनियोजित हत्या थी।
“हमने अपने बेटे को पुलिस के हवाले जिंदा सौंपा था, लेकिन हमें उसकी लाश मिली,” सूर्या हाँसदा की माँ ने रोते हुए कहा। “अगर उसने कोई अपराध किया था, तो अदालत सजा देती। पुलिस को कौन-सा हक था कि वो सजा खुद दे?”
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पहले से योजना बनाकर इस मुठभेड़ को अंजाम दिया। उनका कहना है कि सूर्या बेल पर बाहर था और अदालत में पेश होने के लिए तैयार था, लेकिन पुलिस ने कानून को ताक पर रखकर उसकी जिंदगी खत्म कर दी।
अब परिवार न्याय की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि सच सामने आए और दोषियों को सजा मिले। “हम इंसाफ चाहते हैं, क्योंकि अगर आज चुप रहे, तो कल किसी और का बेटा ऐसे ही मारा जाएगा।

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