मध्यप्रदेश में,
15 अगस्त से, पुलिस बुलाने के लिए 100 नहीं
डायल करना होगा 112
मध्यप्रदेश में,
15 अगस्त से, पुलिस बुलाने के लिए 100 नहीं
डायल करना होगा 112
14 अगस्त से प्रदेशभर में डायल 100 की गाड़ियां (टाटा सफारी) सेवा से बाहर कर दी जाएंगी
इन गाड़ियों में GPS, वायरलेस, डिजिटल नेविगेशन और लाइव लोकेशन ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं होंगी।
1200 नई महिंद्रा स्कॉर्पियो और बोलेरो नियो गाड़ियां भोपाल में बनकर खड़ी हैं
600 प्रदेश के शहरी इलाकों में और
600 ग्रामीण इलाकों में तैनात किया जाएगा।
डायल-112 सेवा के रिस्पांस टाइम को घटाकर 15 से 20 मिनट में पीड़ित तक मदद पहुंचाने का दावा किया जा रहा है।
डायल 112 को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नया कॉल सेंटर भी बनाया जा रहा है, जो सेंट्रल सर्वर से जुड़ा होगा।
डायल 100 सेवा की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी, जिसकी अवधि 5 साल तय की गई थी। लेकिन तकनीकी अड़चनों, टेंडर प्रक्रिया की देरी, कोविड काल और प्रशासनिक वजहों से यह सेवा 10 वर्षों तक चलती रही। अब यह जिम्मेदारी बीवीजी कंपनी से हटाकर GVK कंपनी को सौंपी गई है, जो राज्य में एम्बुलेंस सेवा संचालन कर रही है