
डॉ. राम सजीवन निषाद के नेतृत्व में वीरांगना फूलनदेवी की 62वीं जयंती मनाई गई: संघर्षों से भरे जीवन वाली पूर्व सांसद को चित्र पर माल्यार्पण कर किया याद
अयोध्या जिले के राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के सम्बद्ध प्रादेशिक कार्यालय पर रविवार को क्रांतिकारी वीरांगना फूलनदेवी की 62वीं जयंती मनाई गई। वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राम सजीवन निषाद की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में क्रांतिकारी वीरांगना फूलनदेवी के कृतित्व और व्यक्तित्व को याद किया गया। उनके चित्र पर लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राम सजीवन निषाद कहा कि क्रांतिकारी वीरांगना फूलनदेवी आधुनिक युग की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। वह संसद तक पहुंची और सदैव गरीबों और वंचितों की आवाज को सदन में उठाया। क्रांतिकारी वीरांगना फूलनदेवी पर सामंतवादी लोगों द्वारा किए गए जुल्म और अत्याचार कल्पना से परे हैं। निषाद समाज में जन्मी वीरांगना फूलनदेवी निडर, साहसी और हिम्मती महिला थीं। उन्होंने हार नहीं मानी और अपने ऊपर हुए अत्याचार का बदला लिया। कई सालों तक जंगल में रहने के बाद उन्होंने सरकार को अपनी शर्तें मनवाकर सरेंडर किया था। उन्होंने आगे बताया कि सामंतवादी लोगों को फूलनदेवी का आगे बढ़ना रास नहीं आया और 25 जुलाई 2001 का देश की सबसे सुरक्षित जगह संसद से अपने आवास जाते समय उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कार्यक्रम में अशोक निषाद, राम अखिलेश निषाद, सुशांत श्रीवास्तव, इंद्रेश वर्मा, विजय कुमार निषाद, विनीत कुमार, अभय कुमार, सुरेश निषाद सहित कई लोगों की मौजूदगी रही।