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खाद के साथ अटैचमेंट ना लगाने के सरकारी आदेशो की अवेहलना, जबरन दिया जा रहा मांगरोल में विक्रेताओं द्वारा खाद के साथ किसानों को अटैचमेंट

मांगरोल यूरिया और डीएपी के साथ कृषि विभाग राजस्थान सरकार किसानों को डीएपी ओर यूरिया खाद के साथ किसी भी प्रकार का अनावश्यक रूप से अटैचमेंट देने पर पाबंदी लगाई जाने के बाद भी मांगरोल में खाद व्यापारीयो द्वारा मनमाने ढंग से सरकारी आदेशो की पूर्ण अवेहलना करते हुए किसानों को खाद बाद में पहले अटैचमेंट दिया जा रहा है जो खुलेआम सरकारी आदेशो का उलंघन है तथा अटैचमेंट के नाम पर अनावश्यक रूप से किसानों को लूटा जा रहा आज मांगरोल में एक खाद विक्रेता ने एक किसान को दो यूरिया के कट्टों के साथ 1000 रुपए के दो सल्टोन सल्फर के पैकेट और चार डीएपी के साथ दो अन्य उत्पाद जिसकी कीमत 1200 रुपए ली गई 5940 रूपये के उर्वरक के साथ 2200 रुपए का अतिरिक्त माल जबरदस्त किसान को थमाया गया युक्त किसान संघर्ष समिति ने जताया इसका विरोध जताया मांगरोल संयुक्त किसान संघर्ष समिति के संयोजक रामचंद्र मीणा जलोदा तेजाजी सहित मीडिया प्रभारी महावीर मूडली शोभाग़ मीणा राजेंद्र नागर, उमाशंकर छतरपुरा आदि किसान पदाधिकारियों द्वारा गत 6अगस्त को भी उपखंड अधिकारी मांगरोल से भेट कर इस बाबत विरोध भी दर्ज कराया गया समिति के मीडिया प्रभारी महावीर मूडली ने बताया की समिति की तरफ से कृषि आयुक्त जयपुर को इसकी मौखिक शिकायत दर्ज करवाके अटैचमेंट पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगाने की मांग उठाई गई जिसमें कृषि विभाग जयपुर द्वारा खाद के साथ अनावश्यक अटैचमेंट ना दिए जाने का आदेश भी समिति को भेजा गया जिसमें साफ लिखा है की खाद विक्रेताओं द्वारा किसानों को खाद के साथ जबरन अनावश्यक अटैचमेंट देना अनुचित है तथा कृषि विभाग का आदेश है की खाद व्यापारीयो की लापरवाही, काला बाजारी सहित खाद व्यापारीयो की अवांछित गतिविधियों पर पूर्ण निगरानी रखने एवं दोषी खाद व्यापारी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने हेतु अधिनियम 1955 तथा उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 में वर्णित प्रावधान के अनुसार सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं आदेश के मुताबिक सभी उर्वरक आपूर्ति कंपनियां विक्रेताओं से यह अपेक्षा की जा रही है कि यूरिया एवं डीएपी के साथ अन्य उत्पादों की टैगिंग नहीं करें तथा सभी उर्वरक विक्रेता अपने पास उपलब्ध उर्वरको के स्टॉक की मात्रा और मूल्य सूची प्रदर्शित करे इस संबंध में कोई शिकायत प्राप्त होती है तो एफसीओ 1985 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी संयुक्त कृषि निदेशालय कृषि विभाग जिला परिषद अपने जिले के कार्यरत अधिकृत विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों भंडारो की समय-समय पर निरीक्षण करते हुए सीजन के दौरान उर्वरको के विक्रय पर निरंतर निगरानी रखते हुए गैर कृषि कार्य में उपयोग या काला बाजारी करने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के लिए आदेश है जारी कर रखे लेकिन फिर भी किसानों को लूटा जा रहा संयुक्त किसान संघर्ष समिति की तरफ से शख्त चेतावनी दी गई हे की किसानों को खाद के साथ अटेचमेंट की पाबंदी लगाने हेतु तत्काल प्रशाशन स्वय संज्ञान लेकर कार्यवाही नहीं करता है तो समिति के बैनर तले श्रेत्र का समूचा किसान वर्ग विरोध प्रदर्शन के लिए सड़को पर उतरने को विवश होगा

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