logo

ताजमहल को ‘तेजो महालय’ बताकर यात्रा की तैयारी—प्रशासन ने दिखाई सख्ती, हिंदूवादी नेता नजरबंद

आगरा। श्रावण सोमवार के मौके पर हिंदू महासभा द्वारा ताजमहल को 'तेजो महालय' घोषित कर यात्रा निकालने की योजना पर प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। हिंदूवादी नेताओं मीरा राठौर, संजय जाट और अवतार गिल को नजरबंद कर दिया गया है। प्रशासन ने नोटिस जारी कर उन्हें घरों में ही रोक दिया, जिससे प्रस्तावित यात्रा टालनी पड़ी। हिंदू महासभा की ओर से ताजमहल की ऐतिहासिक पहचान को 'तेजो महालय' के रूप में प्रचारित करते हुए विशेष रिक्शा यात्रा निकालने की तैयारी थी। योजना के अनुसार लाल किला, आगरा कैंट और ताजमहल को जोड़ने वाला एक फ्री रिक्शा रूट तय किया गया था, जिसके जरिए पर्यटकों को शताब्दी और ताज एक्सप्रेस से लाकर इस अभियान में जोड़ा जाना था। लेकिन प्रशासन ने इससे पहले ही कार्रवाई करते हुए किसी भी सार्वजनिक आयोजन की अनुमति नहीं दी। मीरा राठौर ने नजरबंदी के दौरान कहा, "तेजो महालय संघर्ष जारी रहेगा। यह ऐतिहासिक पहचान की लड़ाई है, जिसे रोका नहीं जा सकता।" वहीं प्रशासन ने साफ किया कि किसी भी धार्मिक उन्माद या सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। शहर में एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात रहा और संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखी गई। इस घटनाक्रम से एक बार फिर ताजमहल की ऐतिहासिकता को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आगरा इस मुद्दे पर फिर से राष्ट्रीय बहस का केंद्र बन गया है। तेजो महालय बनाम ताजमहल को लेकर उभरे इस विवाद पर आमजन से लेकर इतिहासकारों तक की नजरें टिकी हुई हैं। प्रशासन और हिंदू महासभा के बीच टकराव ने शहर के माहौल को संवेदनशील बना दिया है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमा सकता है।

5
611 views