
पूर्व एसआई के बेटे पर उत्पीड़न व सोशल मीडिया पर बदनाम करने का आरोप पीड़ित ने अपर पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
उरई। कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला राजेन्द्र नगर निवासी एक व्यक्ति ने अपर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर पूर्व एसआई के बेटे पर मानसिक उत्पीड़न और सोशल मीडिया के माध्यम से बदनाम करने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित ने बताया कि आरोपी द्वारा परिवार सहित उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है जब उसने मामले की शिकायत पुलिस से की तो पूर्व एसआई के प्रभाव में आकर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। पीड़ित ने एएसपी से न्याय की गुहार लगाई है सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे राजेन्द्र नगर निवासी प्रमोद कुमार गुप्ता पुत्र प्रेम नारायण ने अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार को सौपें प्रार्थना पत्र में बताया कि उसका होटल राकेश कुमार गुप्ता पुत्र चंद्रभान गुप्ता निवासी मुहल्ला राजेन्द्र नगर, उरई द्वारा चलाया जा रहा था। लेकिन होटल के दुरुपयोग और अव्यवस्थाओं के चलते पीड़ित ने उक्त युवक से होटल खाली करवा लिया। इसके बाद से आरोपी युवक उससे रंजिश रखने लगा और लगातार पीड़ित व उसके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। पीड़ित के अनुसार राकेश कुमार गुप्ता ने न केवल सोशल मीडिया पर उसे बदनाम किया, बल्कि उसकी छवि खराब करने के उद्देश्य से उसके विरुद्ध झूठे और भ्रामक पोस्ट भी वायरल किए। उक्त युवक ने सोशल मीडिया पर अपमानजनक फोटो और भद्दे कमेंट डालकर पीड़ित के सामाजिक जीवन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। साथ ही पीड़ित की पत्नी व परिवार के सदस्यों को भी जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। पीड़ित ने बताया कि उसकी पत्नी ने बीती 2 अगस्त को कोतवाली उरई के प्रभारी निरीक्षक को पूरे मामले का प्रार्थना पत्र सौंपा था। मामले की जांच राजेन्द्र नगर चौकी के इंचार्ज अवनीश पटेल द्वारा की गई। उन्होंने बताया कि आरोपी का पिता चंद्रभान गुप्ता रिटायर्ड एसआई है। इस कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस पूर्व एसआई के प्रभाव में आकर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रही। उसने यह भी बताया कि आरोपी युवक राकेश कुमार गुप्ता अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जिस पर पूर्व में थाना कोतवाली उरई में गांजा बेचने व मारपीट के गंभीर मामले भी दर्ज हैं।पीड़ित ने एएसपी से गुहार लगाई है कि उसे व उसके परिवार को इस उत्पीड़न से राहत दिलाई जाए और आरोपी खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही मामले की जांच राजेन्द्र नगर चौकी इंचार्ज से न कराकर किसी अन्य पुलिस कर्मी से कराई जाए जिससे कि मामले में निष्पक्ष जांच होकर कार्यवाही हो सके।