logo

38 वर्षों की सेवा उपरांत सेवा निवृत्त हुईं डॉ० जयंती सोनवानी

शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बरेली में पदस्थ डॉ० जयंती सोनवानी सह प्राध्यापक समाजशास्त्र सेवानिवृत्ति के उपलक्ष में दिनांक 31 जुलाई 2025 को विदाई समारोह संपन्न हुआ। विदाई समारोह का शुभारंभ डॉ० जयंती सोनवानी, प्राचार्य डॉ नीरज दुबे, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्री संदीप चौहान, श्रीमती शशि किरण, महेंद्र कुमार, पुष्पित द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना से किया। महाविद्यालय की पूर्व छात्रा श्रीमती रितु धाकड़ ने माँ सरस्वती वंदना की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को गति प्रदान की। आयोजन में अतिथि के रूप में श्रीमती तृप्ति दुबे, श्री अभिषेक अज्ञानी (संपादक निर्दलीय समाचार पत्र समूह) एवं उनके सहयोगी श्री सुग्रीव कुमार, श्रीमती कविता रघुवंशी, निशांत रघुवंशी, आशा बघेल, प्रकृति धाकड़ भोपाल से आमंत्रित थे।
महाविद्यालय के प्राचार्य एवं जंभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री संदीप चौहान ने डॉ० जयंती सोनवानी का पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। डॉ० वर्षा गौतम ने महविद्यालय परिवार की ओर से शॉल एवं श्रीफल से डॉ० सोनवानी का स्वागत किया। तत्पश्चात उपस्थित समस्त महाविद्यालयीन स्टाफ, अतिथियों, विद्यार्थियों एवं इसी महाविद्यालय से सेवा निवृत्त हुये श्री आर० जी० विश्वकर्मा, श्री नंदकिशोर नेमा, श्री कमलेश लोधी, श्री चन्दन सिंह धाकड़ ने भी फूल माला एवं पुष्प गुच्छ देकर डॉ० सोनवानी का स्वागत कर उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
निर्दलीय समाचार पत्र समूह भोपाल से पधारे श्री अभिषेक अज्ञानी एवं श्री सुग्रीव कुमार ने शॉल श्रीफल भेंट कर डॉ० जयंती सोनवानी के स्वागत के साथ में डॉ० सोनवानी के परम शिष्य एवं दत्तक पुत्र श्री श्याम सुंदर का भी स्वागत किया। महाविद्यालय में पदस्थ श्रीमती राजेश्वरी नामदेव ने अपने हाँथों से डिजाइन की हुई शॉल, पर्स एवं साड़ी भेंट कर मैडम का स्वागत एवं सम्मान किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन कर रहे डॉ० आर० एन० सक्सेना ने सेवा निवृत्त हो रहीं डॉ० जयंती सोनवानी का परिचय देते हुए बताया कि “डॉ० जयंती सोनवानी 22 जनवरी 1987 से शासकीय महाविद्यालय बरेली में पदस्थ हैं महाविद्यालय में निरंतर 38 वर्षों तक अपनी सेवाएं प्रदान करने के उपरांत 31 जुलाई 2025 को औपचारिक रूप से अपनी शासकीय सेवा पूर्ण कर रहीं हैं। डॉ० जयंती सोनवानी ने अपने सेवा काल के दौरान इस महाविद्यालय में अनेकों कार्य जैसे प्रवेश कार्य, परीक्षा कार्य, खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, युवा उत्सव, स्वामी विवेकानंद युवा कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ, व्यक्तित्व विकास, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई आदि के प्रभारी/संयोजक के रूप में अपने दायित्वों को सफलतापूर्वक निभाया। डॉ० जयंती सोनवानी ने अपने सेवा काल में अध्यापन के साथ-साथ समय-समय पर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रूप से सक्रिय सहभागिता करते हुये राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्र/पत्रिकाओं में अनेक शोध पत्र प्रकाशित करवाए हैं। डॉ० जयंती सोनवानी द्वारा मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशन में कक्षा बी० ए० तृतीय वर्ष के पाठ्यक्रम हेतु “प्रमुख समाजशास्त्रीय विचारक” नाम से पुस्तक का लेखन कार्य भी किया है, जिसका प्रकाशन मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी, भोपाल द्वारा हुआ है। मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशन में ही आपके द्वारा महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिये ई-कंटेंट एवं वीडियो लेक्चर का निर्माण किया गया है, यह ई-कंटेंट एवं वीडियो लेक्चर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। डॉ० जयंती सोनवानी, बरेली नगर की अनेक समाजसेवी संस्थाओं जैसे - लायन्स क्लब, लायनेस क्लब, अखिल विश्व गायत्री परिवार आदि संस्थाओं में अध्यक्ष/सचिव/सदस्य/कोषाध्यक्ष के पद पर रहकर समाज सेवा के कार्यों का निर्वाह किया। बरेली नगर के ऐसे कितने विद्यार्थी हैं जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई-लिखाई छोड़कर दिशा-विहीन थे, ऐसे अनेकों विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता देकर उन्हें पढ़ाई की मुख्याधारा से जोड़ा, उनको आगे बढ़ाया और आज वह विद्यार्थी समाज के लिए उपयोगी बनकर समाज सेवा के कार्यों में लगे हुये हैं। डॉ० जयंती सोनवानी अपने मृदु व्यवहार, कठोर अनुशासन, ईमानदारी, कर्त्तव्य परायणता, सेवा भावना से ओतप्रोत होने के कारण महाविद्यालयीन स्टाफ, विद्यार्थियों एवं उनके अविभावकों की प्रेरणास्रोत रही हैं।”

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० नीरज दुबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि “ डॉ० सोनवानी के 38 वर्षों के कार्यकाल के दौरान महाविद्यालय के किसी भी शैक्षणिक/अशैक्षणिक स्टाफ के साथ कोई वाद-विवाद होते नहीं देखा और न ही सुना। आपने समाजशास्त्र विभाग की सम्पूर्ण कार्य पूरी ज़िम्मेदारी एवं ईमानदारी से निभाए हैं। महाविद्यालय एवं विद्यार्थियों के प्रति आपके लगाव एवं कार्य के प्रति आपकी निष्ठा व ईमानदारी से समस्त महाविद्यालय परिवार अति प्रसन्न है। समस्त महाविद्यालय परिवार आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हैं।”
श्रीमती तृप्ति दुबे ने अपने वक्तव्य में कहा कि “डॉ० जयंती सोनवानी समाजशास्त्र की प्रोफेसर हैं आपने समाजशास्त्र विषय को सिर्फ पढ़ाया ही नहीं है आपने एक सच्चा समाजशास्त्री बनकर विषय को जिया है। आप एक जीती-जागती संस्कृति हैं। आप अपने कर्म के प्रति अति संवेदनशील, कर्मठ, धैर्यवान, अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सदैव दूसरों को प्रेरणा एवं मार्गदर्शन देने वाली हैं।
डॉ० अमर सिंह मेहरा ने अपने उद्बोधन में बताया कि मेरा सौभाग्य है कि इस महाविद्यालय में मैडम के साथ कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। कार्य के दौरान मैंने देखा कि मैडम बड़ी ही तन्मयता से कार्य करती हैं। मैडम ने ग्राम धनाश्री, कोटपार गणेश, भोंडिया और समनापुर जागीर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कैंप सात-सात दिवसीय आवासीय शिविरों का आयोजन करवाया। इन शिविरों में शिविरार्थियों को नियमित योग, बौद्धिक चर्चा, श्रमदान आदि करवाकर शिविरार्थियों को व्यवहारिक शिक्षा एवं समाज के प्रति अपने दायित्वों का बोध करवाया। प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस (25 जनवरी) पर प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटक, रैली, वाद-विवाद, परिचर्चा, निबंध प्रतियोगिता करवाकर मतदाता को जागरूक करने का कार्य भलीभाँति किया है।
श्री बृजमोहन राय ने कहा कि “डॉ० जयंती सोनवानी अपने कर्म के प्रति बहुत ही कर्मठ रही हैं। उनकी यह कर्मठता शासकीय नवीन महाविद्यालय बाड़ी में प्राचार्य के पद पर थीं तब हमने करीब से देखा कि “कॉलेज चलो अभियान” तहत बाड़ी नगर व आसपास के गांवों में अपने स्वयं के वहाँ से विद्यार्थियों अवम पालकों से संपर्क किया और नतीजा यह हुआ कि शासकीय महाविद्यालय बाड़ी में उस वर्ष सर्वाधिक प्रवेश हुये, तब से लेकर आज तक महाविद्यालय में इतने प्रवेश नहीं हुये हैं।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० नीरज दुबे एवं मुख्य लिपिक श्री अरुण दुबे ने डॉ० जयंती सोनवानी को सेवा निवृत्ति पत्र सौंपते हुए, इस विदाई समारोह कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों एवं डॉ० सोनवानी के परिवारजनों, महाविद्यालय से उपस्थित श्री सुनील कुमार बख्शी, डॉ० सुनील कुमार चौहान, डॉ० वर्षा गौतम, डॉ० योगेश धाकड़, श्री अखिलेश खटीक, डॉ० यशवंत शुक्ला, डॉ० सुनीति दीवान, डॉ० अमर सिंह मेहरा, डॉ० वंदना सोनी, डॉ० राजेश कचौली, डॉ० सगीर अहमद, श्री अरुण दुबे, श्री लक्ष्मीकांत कुमरे, डॉ० नेहा साहू, डॉ० अन्नपूर्णा सिंह, श्री अजाज खान गौरी, श्री रुद्रपाल राजपूत, श्री राजपाल राजपूत, श्रीमती राजेश्वरी नामदेव, श्री रघुनाथ मेहरा, श्री सुनील साहू, श्री महेश विश्वकर्मा, कुमारी तुलिका धाकड़, कुमारी भारती धाकड़, कुमारी नताशा सराठे, श्री राधेश्याम सेन, श्री राजेश डागोर, श्री सचिन डागौर, श्री प्रकाश डागौर उपस्थित रहे। बड़े बाबू श्री अरुण दुबे ने इन सभी के प्रति एवं इस आयोजन को सम्पन्न कराने में अपना सहयोग प्रदान करने वाले समस्त शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टाफ के प्रति हार्दिक आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।

9
277 views