
झालावाड़ स्कूल हादसे में मृत बच्चों को दी गई श्रद्धांजलि, शिक्षकों के निलंबन पर जताया विरोध
सज्जनगढ़, 27 जुलाई 2025
झालावाड़ जिले के हाल ही में घटित हृदयविदारक स्कूल हादसे में मृत बच्चों को वाकपीठ मंच के कार्यक्रम में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर मंच के वक्ताओं ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की और पीड़ित परिजनों के प्रति समर्पित भाव से सहानुभूति प्रकट की।
कार्यक्रम में वाकपीठ मंच के प्रमुख वक्ता एवं प्रधानाध्यापक जसवंत सिंह मेरावत ने इस दुर्घटना को अत्यंत पीड़ाजनक बताते हुए कहा कि पूरा शिक्षक समाज इस दुःखद घटना से आहत और भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है। उन्होंने हादसे में मृत बच्चों को श्रद्धांजलि देते हुए स्पष्ट किया कि मात्र शिक्षकों को निलंबित करना इस दुर्घटना का न्यायसंगत समाधान नहीं है।
मेरावत ने कहा, "शिक्षक सीमित संसाधनों में अपनी भूमिका का निर्वहन करता है। किंतु संसाधनों की गुणवत्ता एवं तकनीकी पक्षों की जानकारी उसके दायरे से बाहर होती है।" उन्होंने सवाल उठाया कि जब विद्यालयों में निर्माण, रख-रखाव और उपकरणों की आपूर्ति जैसे तकनीकी कार्य प्रशासनिक एवं तकनीकी अधिकारियों की निगरानी में होते हैं, तो ऐसे में समस्त दोष शिक्षकों पर मढ़ना अन्यायपूर्ण है।
उन्होंने सरकार से अपील करते हुए मांग रखी कि दोषियों की पहचान करते समय प्रशासनिक और तकनीकी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए तथा शिक्षकों के निलंबन को तुरंत समाप्त किया जाए। मेरावत ने कहा कि शिक्षक समाज न्याय का पक्षधर है और वह हर स्तर पर सहयोग को तैयार है, लेकिन दोषारोपण की प्रक्रिया निष्पक्ष एवं तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित समस्त ब्लॉक स्तरीय अधिकारियो एवं संस्था प्रधानों ने मौन रखकर दिवंगत छात्र-छात्राओं को श्रद्धांजलि अर्पित की और सभी ने ईश्वर से उनके परिवारों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की और यह संकल्प लिया कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए शिक्षा विभाग और समाज मिलकर समन्वित प्रयास करेंगे। जिससे भविष्य में ऐसे दुःखद हादसों की पुनरावृत्ति ना हो सके.