
गूंजा बुंदेलखंड राज्य का स्वर, बच्चों ने भी उठाया जिम्मा भेजी प्रधानमंत्री को रखी
- बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के एक राखी बुंदेलखंड के नाम अभियान के 17वें दिन बसवा से उठी अलग राज्य की हुंकार
- धाता के बसवा में जनजागरण कार्यक्रम, प्रवीण पाण्डेय बुंदेलखंडी बोले – अब नहीं रुकेंगे
- छात्रों ने ली शपथ, भेजी राखियाँ – बुंदेलखंड राज्य की मांग तेज़
धाता : बुंदेलखंड राष्ट्र समिति द्वारा चलाए जा रहे "एक राखी बुंदेलखंड के नाम – बुंदेलखंड राज्य का हो निर्माण" महाअभियान के 17वें दिन विकास खंड धाता के ग्राम बसवा स्थित सगेसस पब्लिक स्कूल में एक प्रभावशाली जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय 'बुंदेलखंडी' ने अपने ओजस्वी संबोधन में कहा यह राखी अभियान केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और राजनीतिक संकल्प है। जब तक बुंदेलखंड राज्य नहीं बनता, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकारें वर्षों से बुंदेलखंड के संसाधनों का दोहन कर रही हैं। अब समय आ गया है कि बुंदेलखंड अपने भाग्य का फैसला खुद करे। कार्यक्रम में क्षेत्र के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे l दीपक सैनी ने कहा बुंदेलखंड राज्य ही क्षेत्र के समग्र विकास की कुंजी है। गांव-गांव तक इस अभियान को पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।
मनोज सोनकर बोले बेरोजगारी, पलायन और बदहाली के खिलाफ हमारी लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है। राज्य का गठन ही समाधान है। राजू अग्रहरि ने कहा हमारी एकजुटता इस आंदोलन की असली ताकत है। जन-जन को जोड़ना ही हमारा लक्ष्य है। हिमांशु त्रिपाठी ने कहा बुंदेलखंड की राखियाँ अब प्रधानमंत्री तक पहुंच रही हैं। यह सिर्फ धागा नहीं, हमारे अधिकार की पुकार है।