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जालौन बड़ी मस्जिद तोपखाना में हज़रत मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी का 639वां उर्स मनाया गया हजारों लोग अकीदतमंदों ने इस उर्स में भाग लिया और मखदूम पाक के बारगाह में अपनी मुरादें पेश की और लंगड़ को बांटा गया

जालौन संवाद
हज़तर पैगम्बर मुहम्मद मुस्तफा के बताए हुए रस्ते पर चलने को कहा और साथ ही आपस मे प्यार और मोहब्बत से रहने की नशियत फ़रमाई मुफ़्ती जाकिर हुसैन मुफ़्ती अज़हर हुसैन पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा (एस.ए.वी.) ने मानव सेवा कर समाज को एक करने का प्रयास किया है। आज हमें बताएं कि वे किस दिशा में चलते हैं। जिस तरह से उन्होंने पूरी तरह से मानवता को जीवित रखने के लिए काम किया, उसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। यह बात तोपखाना स्थित सुन्नी जामा मस्जिद में आयोजित उर्समखदूम अशरफ सिमनानी की फातिहा के दौरान मस्जिद के मुफ्ती अज़हर हुसैन ने कही।
मुफ्ती जाकिर हुसैन ने कहा कि मोहम्मद साहब ने अपनी जिंदगी में सिर्फ इस्लाम को बदनाम नहीं किया बल्कि इंसानियत का पैगाम देते हुए गरीब बेसहारा मजलूमों की मदद की। आज समाज में जो कुरीतियां उन्हें दूर करने के लिए अपने बताए रास्ते पर चलने की सलाह देती हैं। हज़रत मखदूम समनानी जैसे औलिया-ए-कामिल की जिंदगी से हमें सोने की राह पर प्रेरणा मिलती है। ऐसे हमें अवसर लोकतंत्रवादी और सांप्रदायिक भाईचारे को मजबूत करने का संदेश देते हैं। इससे पहले कार्यक्रम का कार्यक्रम तिलावते कलाम पाक से किया गया था। इसके बाद मनकबत पढ़ी गई। इसी कार्यक्रम के अंत में लंगर-ए-आम किया गया। जिसे सैकडो लोगो ने लंगर चका। इस मौक़े पर मस्जिद के मस्जिद इमाम मुफ्ती हुसैन, अब्दुल कय्यूम रहमानी, खलील खान रफ़ाक़ती, नसीम अहमद रफ़ाक़ती, मौलाना आबिद बरकाती , रईस बरकाती, अशरफ ,पप्पू अशरफी,जी एम हुसैन अली रफ़ाक़ती पत्रकार, समीम अहमद, मोहम्मद जाफर आदि मौजूद रहे।

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