
शिक्षा विभाग प्रशासन की लापरवाही से स्कूल की बिल्डिंग ढहने से 8 मासूमों की मौत, 35 घायल।
🗞️ दैनिक राजस्थान प्रभा
📅 दिनांक: 25 जुलाई 2025
📍 झालावाड़ ब्यूरो
संवाददाता:कुलदीप जांगिड़, चूरू।
स्कूल की बिल्डिंग ढहने से 8 मासूमों की मौत, 35 घायल
पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह हुआ दर्दनाक हादसा, शिक्षकों और ग्रामीणों ने किया रेस्क्यू।
पीपलोदी (झालावाड़)। मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे एक सरकारी स्कूल की पुरानी बिल्डिंग अचानक भरभराकर ढह गई। हादसे के समय स्कूल में कक्षा 7वीं के छात्र पढ़ाई कर रहे थे। मलबे में दबने से 5 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 35 से अधिक बच्चे घायल हो गए, जिनमें से 11 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घायलों को तुरंत स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से गंभीर बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
चीख-पुकार से गूंजा स्कूल परिसर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना अचानक था कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। हादसे के तुरंत बाद गांव के ग्रामीण, स्कूल के शिक्षक और अन्य कर्मी मौके पर पहुंचे और बच्चों को मलबे से बाहर निकालना शुरू किया। कुछ बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं, जिनका इलाज जारी है।
बिखरे बस्ते, किताबें और खून से सनी ज़मीन
स्कूल के अंदर टूटे हुए बस्ते, बिखरी किताबें और दीवारों के नीचे दबे बच्चों के दृश्य ने हर किसी की आंखों को नम कर दिया। मौके पर पहुंचे परिजन और ग्रामीणों का रो-रो कर बुरा हाल था।
ग्रामीण बोले – ‘पहली बार देखा ऐसा मंजर’
गांव के बुजुर्गों और अभिभावकों ने कहा, “ऐसा खौफनाक हादसा पहले कभी नहीं देखा। प्रशासन को पहले ही स्कूल की जर्जर इमारत की जानकारी दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।”
प्रशासन ने जताया दुख, जांच के आदेश
झालावाड़ जिला कलेक्टर ने घटना पर गहरा दुख प्रकट करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवारों को आपदा राहत कोष से सहायता दी जाएगी और स्कूल भवन निर्माण की स्थिति की तत्काल जांच की जाएगी।
🛑 संपादकीय टिप्पणी:
"एक जर्जर दीवार की लापरवाही ने 5 मासूमों की जिंदगी छीन ली। अब सवाल यह है कि क्या कोई ज़िम्मेदार ठहरेगा?"