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आनंदपुर साहिब का रोड बना दिया संतों ने। सबक नहीं लिया नैना देवी के महंतों ने।।

होशियारपुर: 25 जुलाई,2025 (बूटा ठाकुर गढ़शंकर)
संत ना होते जगत में तो जल मरता संसार। संतों के परोपकार से सरकारें हुई बेकार।। क्योंकि अब तक की सरकारों ने गुरुओं की पावन नगरी श्री आनंदपुर साहिब को गढ़शंकर से जाने वाली सड़क की सार नहीं ली। जबकि इस रास्ते से लाखों श्रद्धालु पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों से श्री आनंदपुर साहिब, कीरतपुर साहिब और मां नैना देवी के दर्शनों के लिए जाते हैं। इन धार्मिक स्थलों पर साल भर बड़े बड़े पर्व आयोजित किए जाते हैं। फिर भी किसी सरकार के कानों जूं नहीं रेंगी। आखिरकार संतों ने इस खस्ता हालत रास्ते को सुधारने का बीड़ा उठाया। जिसका लगभग 70,80 फ़ीसदी काम नेपरे चढ़ चुका है। इस जटिल कार्य को संपूर्ण करने में संतों की दया मेहर के साथ साथ रास्ते से गुजरने वाले श्रद्धालुओं ने और अन्य धार्मिक संस्थाओं ने भी यथायोग योगदान वा सहयोग दिया।
अगर बात करें श्री आनंदपुर साहिब से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मां नैना देवी मंदिर की तो वहां का ट्रस्ट चाहता तो इस कार्य में अपना सहयोग दे सकता था। पर अफ़सोस की बात कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। वहां के ट्रस्ट का कोई विशेष कार्य मंदिर के प्रति भी कुछ ख़ास नजर नहीं आ रहा। मंदिर के दर्शनों के लिए मंदिर के दाहिने बाएं गाड़ियों के लिए दो रास्ते जाते हैं लेकिन सदियां बीत गईं इन दोनों रास्तों का भक्तों की सुविधा के लिए ढंग से निर्माण भी नहीं हो सका। रास्ता कच्चा वा तंग होने की वजह से भक्तजनों को खासी प्रेशानी उठानी पड़ती है, जाम लग जाते हैं, बरसात में तो दुविधा और दुश्वारी चौगुनी हो जाती है।इस मंदिर में विभिन्न राज्यों से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। मंदिर का रोज़ाना का चढ़ावा भी लाखों में है। पर भक्तों के लिए सुविधाओं का अभाव अपनी चर्म सीमा पर है। वहां की हिमाचली सरकार को इस मंदिर और मंदिर के ट्रस्ट की गतिविधियों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए अतः मंदिर तक पहुंचने वाले दोनों रास्तों का आने जाने के लिए प्रयापत निर्माण करवाना चाहिए।

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