
UP: कुत्तों ने बुजुर्ग के फाड़ डाले हाथ-पैर... दूर तक फैला था मांस, मौके का मंजर देखकर बेहोश होकर गिर पड़ी बहू
ग्रामीणों का कहना है कि कुत्ते रोजाना 15 से 20 लोगों को काटकर जख्मी कर रहे हैं। कुत्ते, खासकर महिला, बच्चों व वृद्धों को निशाना बना रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गयामुन्नी देवी को कुत्तों ने बुरी तरह नोंच डाला। उसके शरीर का मांस दूर तक फैला हुआ था। मौके पर पहुंची महिला की पुत्रवधू वहां का नजारा देख कर बेहोश हो गई ग्रामीण विवेक, हरिओम, शोभित, आकाश, बिजेंद्र, धर्मेंद्र, बंटी, श्याम, बृजपाल सिंह ने बताया कि कुत्ते उग्र होकर लोगों पर कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कुत्ते रोजाना 15 से 20 लोगों को काटकर जख्मी कर रहे हैं। कुत्ते, खासकर महिला, बच्चों व वृद्धों को निशाना बना रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। आबादी से लेकर जंगल तक में लोग सुरक्षितत नहीं हैं। डेढ़ माह पहले सात वर्षीय मासूम को उतारा था मौत के घाट
कुत्ते इस कदर खूंखार हो गए हैं कि किसी पर भी हमला कर देते हैं। डेढ़ माह पहले घटना स्थल से एक किमी दूर आवारा कुत्तों ने सात वर्षीय यास्मीन पुत्री महबूब पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। बालिका अपनी मां के साथ दूध लेने गई थी। क्षेत्र में कुत्तों के हमलों की घटना रोजाना सामने आ रहीं हैं।
सीएचसी अधीक्षक व पीएचसी प्रभारी सर्वेश निराला के अनुसार जनवरी 2025 से 20 जुलाई तक पीएचसी में 840 लोगों को तथा केवल जुलाई माह में ही 60 लोगों को कुत्तों के काटने पर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाकर उपचार किया गया। जबकि सीएचसी में जनवरी से 20 जुलाई तक करीब 735 लोगों को तथा केवल जुलाई में अब तक 55 लोगों को कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज लगाए गए।
दोनों अस्पतालों में 20 जुलाई तक कुल 1575 लोगों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाए गए। करीब 200 से अधिक लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया। सीएचसी अधीक्षक ने कुत्ते के काटने पर जख्म को करीब 30 मिनट तक पानी से धोने तथा 24 घंटे के भीतर नजदीकी सीएचसी-पीएचसी पहुंच एंटीरेबीज इंजेक्शन लगवाकर उपचार कराने की सलाह दी है।
यह है पूरा मामला
अफजलगढ़ के गांव सलावतनगर में बृहस्पतिवार को धान की निराई कर रही झाड़पुरा निवासी मुन्नी देवी (65) को आवारा कुत्तों के झुंड ने नोचकर मार डाला। शोर सुनकर एकत्र हुए ग्रामीण खूंखार कुत्तों को देख महिला को बचाने की हिम्मत नहीं कर पाए। बाद में लाठी-डंडे लेकर कुत्तों को भगाया गया, तब तक महिला दम तोड़ चुकी थी।
गांव झाड़पुरा निवासी हुकम सिंह की गांव सलावतनगर में खेती की जमीन है। वहां उन्होंने एक कोठरी व पशुशाला भी बना रखी है। हुकम सिंह की पत्नी मुन्नी देवी अकेली ही धान की निराई कर रही थी। तभी वहां आवारा कुत्तों का एक झुंड आ गया और उन्होंने महिला पर हमला कर दिया। कुत्ते मुन्नी देवी को काफी देर तक नोचते रहे। सिर के बाल तक नोच डाले और हाथ-पैरों को बुरी तरह फाड़ डाला। महिला बचाव के लिए चीखती रही लेकिन कुत्तों का झुंड उसे नोचता रहा। जब ग्रामीणों ने कुत्तों को भगाया, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी