मुंबई पुलिस का अधिकारी बन अजमेर के बिजनेसमैन से डिजिटल अरेस्ट कर 40 लाख ठगे
राजस्थान के अजमेर शहर में एक बिजनेसमैन और उसकी पत्नी को साइबर ठगों ने चार दिनों तक घर पर ही डिजिटल अरेस्ट रखा। मुंबई पुलिस के अधिकारी बनकर आरोपियों ने उनसे 40 लाख रुपए ठग लिए। मामला अलवर गेट थाने के सरस्वती नगर धोलाभाटा क्षेत्र का है। पीड़ित एल्विस माइकल सिंह (59) की ओर से 22 जुलाई को साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। साइबर थाने के एएसआई छोटू सिंह ने बताया कि 15 जुलाई को पीड़ित एल्विस माइकल सिंह के नंबर पर वॉट्सऐप कॉल आया था। इसी दौरान उनकी पत्नी पेग्गी के नंबर पर भी ठगों ने वीडियो कॉल किया था। ये दोनों नंबर अलग-अलग थे। हालांकि, एल्विस के नंबर पर आए कॉल को ठग ने बंद कर दिया था। लेकिन, पत्नी के नंबर पर आए वीडियो कॉल में ठग ने अपने आप को मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन का अधिकारी संदीप रॉय बताया।इसके बाद फर्जी पुलिस अधिकारी ने दोनों को धमकाना शुरू किया और कहा कि उनके बैंक अकाउंट में ब्लैक मनी है। इस दौरान वॉट्सऐप पर फर्जी डॉक्यूमेंट भेजे और झांसे में लिया। धमकाया- कमरे से बाहर मत निकलनापीड़ित बिजनेसमैन ने बताया कि ठगों ने 18 जुलाई तक उन्हें घर पर डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान दोनों का धमकाया और कहा कि कमरे से बाहर मत निकलना। इतना ही नहीं बिना उनकी परमिशन के बिना कुछ भी करने से मना कर दिया।इस दौरान तीन अलग-अलग नंबर से वीडियो कॉल किए गए। बाद में उन्हें बैंक में जमा राशि के वेरिफिकेशन के लिए 14 लाख लैंड परचेज का कारण बताते हुए बैंक में जमा करवाने को कहा और एफडी की डिटेल्स पूछी।पीड़ित ने बताया कि उन्हें 18 जुलाई को वापस कॉल करके एफडी को तुड़वाकर कुल 26 लाख रुपए वेरिफिकेशन करने के नाम ठगों को ट्रांसफर करवाए।इसके बाद फिर से 14 लाख रुपए आरोपियों के अकाउंट में ट्रांसफर किए। ये 40 लाख रुपए आरटीजीएस से ठगों के खातों में ट्रांसफर किए गए थे। इस पर पुलिस कारवाही कर रही है