खान्ग्रेस मे यदि रहना है तो याद रखे, आंधी परिवार की चापलूसी अत्यावश्यक है
खान्ग्रेस के कोई सिद्धांत नहीं है कोई थीम नहीं है वस आंधी परिवार की चापलूसी ही एकमात्र आधार है आंधी परिवार के सदस्यों की मर्जी ही खान्ग्रेस का संबिधान है इसमें बीजेपी की तरह प्रसिडेंड इलेक्टेड नहीं होता है तब ही बार बार अडागे जी फैसला हाई कमान पर छोड़ देते है अब इनसे ये पूछो की पार्टी प्रसिडेंट से बढकर क्या कोई और हायर पोस्ट है जो फैसला लेगा, फिर आप किस मर्ज की दवा हो मतलब आप nil है और जब हाई कमान ही सारे फैसले लेगा तो फिर आप क्यों पार्टी प्रसिडेंट है?