लखनऊ: महाराणा प्रताप की मूर्ति से तलवार खंडित होने पर क्षत्रिय समाज का आक्रोश, दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
लखनऊ। महाराणा प्रताप चौक स्थित महाराणा प्रताप की मूर्ति की तलवार खंडित किए जाने की घटना से क्षत्रिय समाज में भारी आक्रोश फैल गया। घटना के विरोध में राष्ट्रीय क्षत्रिय महासभा के नेतृत्व में समाज के लोगों ने प्रदर्शन कर पुलिस को ज्ञापन सौंपा और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की।
प्रदर्शन का नेतृत्व वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री राघवेन्द्र सिंह राजू ने किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा – "यदि महापुरुषों की मूर्तियों से छेड़छाड़ की गई तो हम इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।"
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वतः संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की तथा आनन-फानन में मूर्ति की तलवार को ठीक करवा दिया, जिससे विवाद का तात्कालिक पटाक्षेप हो गया।
ज्ञात हो कि 9 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मूर्ति का अनावरण सौंदर्यीकरण के बाद किया था। इस प्रतीकात्मक स्थल को लेकर क्षत्रिय समाज की भावनाएं विशेष रूप से जुड़ी हुई हैं।
प्रदर्शन के दौरान अवध प्रदेश अध्यक्ष वीरपाल भदौरिया ने कहा, "जातीय उन्माद फैलाकर समाज को भड़काने की साजिश रची जा रही है, लेकिन दोषी जल्द बेनकाब होंगे।"
मौके पर पुलिस चौकी प्रभारी पांडेय ने आश्वासन दिया कि "घटना की जांच गंभीरता से की जा रही है, दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।"
प्रदर्शन में मौजूद प्रमुख क्षत्रिय नेता:
प्रदेश महामंत्री आलोक अधिवक्ता, बैरिस्टर दिग्विजय सिंह, विवेक सिंह, अभय सिंह राजावत, रामेन्द्र तोमर, कार्तिक भदौरिया, आई सेल हेड यूपी पारस चौहान, रोहिताश सिंह वैश सहित दर्जनों क्षत्रिय प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
घटना के विरोध स्वरूप शाम को महाराणा चौक पर 'जय राणा जय महाराणा' के गगनभेदी नारे गूंजते रहे, जिससे पूरे इलाके में क्षत्रिय समाज की एकजुटता और आक्रोश स्पष्ट दिखा।
(रिपोर्ट: GYANENDRA SINGH, AIMA MEDIA, LUCKNOW)