खुटौना प्रखंड में भीषण जलसंकट, "हर घर नल का जल" योजना धरातल पर फेल
मधुबनी (बिहार) | भीषण गर्मी और भूजल स्तर में भारी गिरावट के कारण मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड के दर्जनों पंचायतों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि सरकार की बहुप्रचारित "हर घर नल का जल" योजना कागज़ों में ही सिमटकर रह गई है।
ग्रामीणों की मानें तो अधिकांश घरों में लगे नल सूखे पड़े हैं और उनमें से एक बूंद पानी भी नहीं निकल रहा है। चापाकल और निजी मोटर पंप भी दम तोड़ चुके हैं। जलस्तर इतना नीचे चला गया है कि मिट्टी खोदने पर भी पानी नजर नहीं आता।
गांव के लोग अब कई किलोमीटर दूर जाकर या महंगे दामों पर पानी खरीद कर अपनी दैनिक जरूरतें पूरी करने को मजबूर हैं। सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को हो रही है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि अगर समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो हालात और भी भयावह हो सकते हैं।