
कांग्रेस के मित्रों ने मचाया घमासान भोरंज की जनता हुई परेशान : कमलेश कुमारी
कांग्रेस पार्टी के बड़े बड़े नेताओं ने सरकारी संस्थानों क़ो राजनीति का अखाड़ा बनाया हुआ है।भोरंज के नेताओं का अहंकार सिर चढ़ कर बोल रहा है।एक तरफ सरकार अनेक सरकारी बिभागों से सरकारी नौकरियों क़ो समाप्त कर रही है दूसरी तरफ खाली पड़े पदों क़ो भर नहीं रहे, निजी क्षेत्र में स्वरोजगार के अबसर समाप्त हो रहे हैं और प्राइवेट सेक्टर में बेरोजगार युवाओं क़ो रोजगार प्रदान करने के लिए अगर कोई संस्था कोशिश कर रही है तो सहयोग देना तो दूर की बात है, उस रोजगार मेले क़ो ही रद करवा दिया जिसमें भोरंज विधानसभा के साथ-साथ समूचे जिला हमीरपुर के अनेक पढ़े लिखे प्रशिक्षित बेरोजगारों को रोजगार की उम्मीद थी। पहले ही कांग्रेस के गलत नीतियों के कारण हिमाचल प्रदेश के वेरोजगार युवा दुखी हैँ।पता नहीं क्यों भोरंज में तो कोई अपनी मर्जी से छींक भी नहीं सकता। नेता लोग हर बिभाग के विशेषज्ञ नहीं हो सकते। अनेक विभागों से नियमानुसार काम करने की स्वतंत्रता को छीन लिया गया है। अगर ईमानदारी से छानबीन की जाए तो असंख्य बिभागों में अनगिनत अनियमितताऐं पाई जाएंगी। अनेक कार्य बिभागों के टेंडर नियमों क़ो ताक में रख कर मनमाने ढंग से आबंटित किए जा रहे है।कुछ तानाशाह अधिकारी अपनी शक्तियों का दुरूपयोग भी कर रहे है। नेताओं का ध्यान व्यक्तिगत उत्थान पर आकर अटक गया है। बड़ी बड़ी सम्पतियाँ बनाने में लगे हैं। कोई इन्हें पूछने बाला नहीं है और इनको शह देने वाले कांग्रेस नेताओं की अंतर कलह अब भोरंज के युवाओं के सुरक्षित भविष्य बनाने की राह में रोड़ा साबित हो रही है।कर्मचारियों के लाखों के लोन बन टाइम सेटलमेंट में मुआफ और निर्धन बेसहारा लोगों की जमीने भी बिक जाती हैँ , उन पर सरकार क़ो दया नहीं आती। सरकारी सुबिधाएं अपनों-अपनों क़ो बाँटना ही कांग्रेस सरकार का व्यबस्था परिवर्तन है। कांग्रेस सरकार लोगों की भावनाओं के साथ खिलबाड़ करने और अपने बायदों से मुकरने बाली सरकार साबित हो चुकी है। चुनाव के समय सालाना 1 लाख नौकरियां देने का वायदा करने वाली कांग्रेस सरकार झूठी साबित हुई है ।