
गरोठ नगर परिषद की लापरवाही से विकास नहीं, गड्ढों में समा रही है जनता की गाढ़ी कमाई
गरोठ (मध्यप्रदेश): नगर परिषद गरोठ की लापरवाही अब जनता की परेशानी का कारण बन गई है। विकास के नाम पर करोड़ों रुपये के बजट की बात की जाती है, लेकिन हकीकत ये है कि सड़कों पर बने गहरे गड्ढे हर रोज़ आम लोगों की गाड़ियां और उम्मीदें दोनों निगल रहे हैं।
नगर में कई मुख्य सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि बारिश के मौसम में ये सड़कें तालाब और दलदल का रूप ले लेती हैं। न तो समय पर मरम्मत हो रही है, न ही कोई स्थायी समाधान की योजना नज़र आ रही है।
स्थानीय लोगों की नाराजगी:
नागरिकों का कहना है कि वे टैक्स समय पर देते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर उन्हें सिर्फ धूल, गंदगी और गड्ढे ही मिलते हैं। आए दिन वाहन क्षतिग्रस्त होते हैं और दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
जनता की मांग:
- सड़कों की तत्काल मरम्मत
- विकास कार्यों में पारदर्शिता
- जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही
- नगर परिषद की नियमित निगरानी और कार्यप्रणाली में सुधार
निष्कर्ष:
गरोठ नगर परिषद को चाहिए कि वह जनता की गाढ़ी कमाई का सम्मान करते हुए उसका सही उपयोग करे। अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो जनता को मजबूरी में सड़कों पर उतरकर विरोध करना पड़ेगा।