गोड्डा ज़िले के पथरगामा प्रखंड स्थित माँ योगिनी स्थान, नारी शक्ति और भक्ति का अद्भुत संगम है। प्राचीन कथा के अनुसार, भगव
गोड्डा ज़िले के पथरगामा प्रखंड स्थित माँ योगिनी स्थान, नारी शक्ति और भक्ति का अद्भुत संगम है। प्राचीन कथा के अनुसार, भगवान शिव ने सती के जले हुए शरीर को लेकर तांडव नृत्य शुरू कर दिया और जहाँ-जहाँ सती के अंग गिरे, वहाँ-वहाँ कालांतर में शक्ति मंदिर का निर्माण हुआ। इस प्रक्रिया में सती की जंघा यहाँ गिरी थी। प्रतीकात्मक शिला की पूजा बड़ी श्रद्धा से की जाती है। शांत प्राकृतिक वातावरण और प्राचीन देवी मंदिर इस स्थान को अत्यंत श्रद्धेय बनाते हैं।
✨ यह स्थल मंगलवार और शनिवार, नवरात्र और विशेष पर्वों पर श्रद्धालुओं से गुलज़ार रहता है।