
कानून और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है बागनगर की घटना
गत 10 जुलाई 2025 बृहस्पतिवार को ग्राम+पोस्ट - बागनगर, वार्ड नंबर 4, थाना-महलगांव, जिला -अररिया में जिस वृद्ध महिला सरस्वती देवी(६७ वर्ष ) और उनकी बेटी कंचन देवी (४०) नाती सत्यम कुमार (मौखिक दिव्यांग)(२०) को अपराधियों द्वारा बेरहमी से पीट पीट कर अधमरा कर दिया था और घर में लूटपाट की गई थी। अब उन्हें जान से मारने की साजिश की जा रही है। उनके साथ मारपीट करने वाले अपराधियों के मन में कानून और प्रशासन का कोई डर नहीं है। वे कहते हैं कि जब तक इन्हें और इनके परिवार को जान से नहीं मार देंगे, तब तक यह और इनका बेटा इस जगह को छोड़कर नहीं भागेगा।
छोटी मोटी चोरी -चकारी और संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त (१)भूषण कुमार उर्फ छोटू यादव(३२) पिता गुद्दर यादव कुख्यात अपराधी विकास यादव के भाई हैं। अब ये (२)गुद्दर यादव(५८), (३)देवेंद्र यादव(५५), (४)खगेंद्र यादव(५३), (५)मिट्ठू यादव(५०) सभी पिता स्वर्गीय ताराचंद यादव (६)अनीता देवी(४५) पति मिठू यादव, (७)निरंजन कुमार उर्फ बिट्टू यादव(३५) वो (८)विक्रम कुमार उर्फ विक्की(३०) दोनों पिता देवेंद्र यादव, (९) सोनी देवी(३०) पति छोटू यादव, (१०)शशि किरण देवी(४५) पति खगेन्द्र यादव, (११) गौरव कुमार गगन उर्फ गौरव यादव(२९) पिता खगेन्द्र यादव (१२)शुभम कुमार(१९) पिता मिट्ठू यादव सभी निवासी ग्राम +पोस्ट- बागनगर, जिला-अररिया और कुछ अपराधियों के साथ मिलकर सरस्वती देवी और उनके पुत्र की हत्या करने के लिए घात लगाकर बैठे हुए हैं।
साथ ही उन्होंने कुछ अपराधियों को चंद्रशेखर यादव का फोटो और उनकी बाइक का नंबर दे दिया है। इन लोगों के द्वारा लगातार सरस्वती देवी और उनकी दो अन्य पुत्रियों किरण देवी, ममता देवी और पुत्र चंद्रशेखर यादव को परिवार सहित खत्म करने की धमकी और बहुत ही गंदी-गंदी गलियां दे रहे हैं। इन लोगों के सिर पर खून सवार है, ये लोग कभी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
डिस्ट्रिक्ट कोर्ट अररिया में वकालत करने वाले खगेंद्र यादव इन लोगों के कानूनी संरक्षक हैं, इसलिए इन लोगों के मन में कानून का कोई डर नहीं है। खगेन्द्र यादव ने इन लोगों को कह रखा है कि तुम लोगों को जो करना है करो, कानूनी मामला हम देख लेंगे। ये लोग हत्या और लूट जैसे अपराध को सामान्य अपराध समझते हैं। खगेंद्र यादव के शह और संरक्षण पर इन लोगों ने सन 2013 में भी सरस्वती देवी के पति स्वर्गीय महेंद्र प्रसाद यादव के जीवित रहते उनके हिस्से का पेड़ काट कर बेच लिया था। स्वर्गीय यादव ने जब इसका विरोध किया तो इन सभी लोगों ने उनके तथा उनके परिवार के साथ अभद्र व्यवहार, मारपीट, गाली-गलौज आदि किया था। तब उन्होंने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अररिया की अदालत में मुकदमा (मुकदमा संख्या २१७४/१३) दायर किया था। खगेंद्र यादव (वकील) के शह और संरक्षण के कारण ये अपराधी लगातार इस तरह का व्यवहार और घटना कर रहे हैं। इन सभी घटनाओं और साजिशों के पीछे वकील खगेंद्र यादव का ही दिमाग है और ऐसा वे स्वर्गीय महेंद्र प्रसाद यादव की संपत्ति को हड़पने के लिए कर रहे हैं। इसलिए इन्होंने बाकी भाइयों और उनके परिवार को स्व. महेंद्र प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ खड़ा कर दिया है। इन लोगों की उद्दंडता, बदतमीजी, दुष्टता, संस्कारहीनता आदि से गांव के लोग भी त्रस्त हैं।
ऐसे में कानून को इन लोगों को खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि लोगों के मन में कानून के प्रति सम्मान और भय बना रहे तथा कमजोर, बुजुर्ग, लाचार, असहाय, गरीब और जन सामान्य के जान-माल सुरक्षित रह सके।