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*नगरपालिका परिषद सुल्तानपुर

*नगरपालिका परिषद सुल्तानपुर में सन् 1950 से अभिलेखों में दर्ज म.न. 512 उदासीन संगत आश्रम गुरुद्वारा/मंदिर लखनऊ नाका के करोड़ों की संपत्ति का सपा नगर अध्यक्ष द्वारा फर्जी बैनामा करके विक्रय के प्रकरण में पूर्व मंत्री/विधायक सुल्तानपुर मा. विनोद सिंह जी ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र*

*विधायक जी ने भाजपा महिला मोर्चा की निवर्तमान जिला मंत्री मंजू सागर कसौधन के प्रार्थना पत्र पर स्वयं जिलाधिकारी को पत्र लिखकर प्रकरण को अत्यंत गंभीर बताया है चूंकि प्रकरण हिंदू/सिख आस्था और जनहित से जुड़ा है इसलिए जिलाधिकारी महोदय से प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है।*

दिनांक 14 जुलाई को भाजपा महिला मोर्चा सुल्तानपुर की निवर्तमान जिला मंत्री ने उदासीन संगत आश्रम गुरुद्वारे/मंदिर के अंतर्गत निवास कर रहे किरायदारों के साथ पूर्व मंत्री/विधायक सुल्तानपुर मा. विनोद सिंह जी से उक्त प्रकरण से अवगत कराया था और फर्जी तरीके से किए गए बैनामों की उच्च स्तरीय जांच व एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी। जिस पर विधायक जी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर उक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की।
विदित हो कि समाजवादी पार्टी सुल्तानपुर के नगर अध्यक्ष एवं भूमाफिया धर्मेंद्र कुमार अग्रहरि पुत्र उर्फ राजू चौधरी स्व. सूर्यप्रकाश निवासी म.न. 521 पुरानी हनुमान गढ़ी लखनऊ नाका एवं उनके संबंधियों संतोष कुमार चौधरी पुत्र स्व. गुलाबचंद्र निवासी म.न. 520 पुरानी हनुमानगढ़ी लखनऊ नाका द्वारा अपनी अपनी पत्नियों क्रमशः ज्योति चौधरी पत्नी संतोष चौधरी व गीता अग्रहरि पत्नी धर्मेंद्र अग्रहरि तथा ताड़कनाथ, सोमनाथ व अमरनाथ पुत्रगण स्व. बृजकुमार द्वारा अपने बड़े भाई नगर कोतवाली थाना क्षेत्र पंचरास्ता स्थित यात्रा ट्रेवल्स प्रतिष्ठान के प्रोपराइटर लोकनाथ अग्रहरि पुत्र स्व. बृजकुमार निवासी 944/10अ वैष्णवनगर गभड़ियां के नाम पर दानपत्र विलेख द्वारा उदासीन संगत आश्रम मंदिर/गुरुद्वारा जो कि सैकड़ों वर्ष पुराना है तथा नगर पालिका परिषद सुल्तानपुर में लखनऊ नाका स्थित म.न. 512 में सन् 1950 से अभिलेखों में दर्ज है कि बेशकीमती संपत्ति जिसकी कीमत लगभग 20 से 25 करोड़ की है को अवैध रूप से स्वयं को स्वामी बनाकर विक्रय किया जा रहा है मंदिर/गुरुद्वारा के भूतपूर्व गद्दी महंत बाबा प्रयागदास चेला बाबा मनोहर दास के देहांत के बाद उत्तराधिकारी बाबा शीतलदास की अनुपस्थिति का लाभ उठाकर संपत्तियों का फर्जी बैनामा किया गया। गुरुद्वारे के अंतर्गत निर्मित दुकानों और आवासीय मकानों में दशकों से व्यापार और निवास कर रहे किरायदारों को बैनामों के बाद बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा है।
भूमाफियों द्वारा फर्जी तरीके से खतौनी में स्वयं का नाम दर्ज कराके उस खतौनी को आधार बनाकर मंदिर/गुरुद्वारे की संपत्ति का फर्जी बैनामा कर उसे विक्रय किया जा रहा है।
पिछले 6 महीने के भीतर 9 से 10 फर्जी बैनामे हुए हैं। जिसमें से सम्पत्ति के दो/तीन हिस्से का विक्रय किया जा चुका है जो निम्नलिखित है
1. दिनांक 5-4-25 पहला हिस्सा संतोष कुमार चौधरी व लोकनाथ अग्रहरि द्वारा 39 लाख रुपए में नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखनऊ नाका रेलवे क्रॉसिंग के सामने स्थित खालसा लाउडस्पीकर सेंटर के मालिक सरदार जगदीप सिंह उर्फ राजू पुत्र स्व. सुरजीत सिंह निवासी म.न. 20 कृष्णानगर खैराबाद थाना कोतवाली नगर सुल्तानपुर के नाम बैनामा किया है।
2. दूसरा हिस्सा गीता अग्रहरि पत्नी सपा नगर अध्यक्ष व भूमाफिया धर्मेंद्र कुमार अग्रहरि उर्फ राजू चौधरी निवासी पुरानी हनुमान गढ़ी लखनऊ नाका द्वारा 21 लाख रुपए में दीपा शुक्ला पत्नी मनोज शुक्ला निवासी पुरानी हनुमानगढ़ी लखनऊ नाका के नाम पर बैनामा किया गया है। इसी प्रकार 7 अन्य बैनामे हैं। उक्त बैनामे में से संतोष कुमार चौधरी पुत्र स्व. गुलाबचंद्र और लोकनाथ पुत्र स्व. बृजकुमार द्वारा जगदीप सिंह उर्फ राजू पुत्र स्व. सुरजीत सिंह को किए गए दुकान व मकान के बैनामे के साथ ही साथ लगी हुई मंजू सागर कसौधन की भूमि का कुछ हिस्सा भी फर्जी तरीके से विक्रय कर लिया है अवगत हो उक्त भूमि मंजू सागर के खाते की है जिस पर वह लगभग 12 सालों से दाखिला खारिज काबिज है।
उक्त बैनामो के द्वारा गुरुद्वारे/मंदिर की कुछ संपत्तियों को नगरपालिका परिषद सुल्तानपुर में फर्जी तरीके से दाखिल खारिज करा लिया गया है तथा कुछ संपत्तियों का दाखिल ख़ारिज हेतु आवेदन भी किया गया है।

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