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पक्का सड़क नहीं होने से कीचड़ में चलने को मजबूर पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय बग्सीसा के छात्र एवं अभिभावक

पाकुड़/हिरणपुर :- पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय टू बख्शीसा में अध्ययनरत बच्चे और अभिभावकों को बारिश के इन दिनों में विद्यालय तक आने-जाने में काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। हिरणपुर ब्लॉक के डांगा पारा से हिरणपुर मुख्य मार्ग के बीच बग्सीसा गांव में स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय मई 2024 से यहां संचालित है। लेकिन एक साल गुजर जाने के बाद भी विद्यालय तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क ना हो पाने के कारण छात्र और अभिभावकों को बारिश के दिनों में कीचड़ युक्त सड़क से होकर गुजरने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।मात्र एक किलोमीटर तक की सड़क न होने के कारण कीचड़ और गड्ढा नुमा सड़क होने के कारण अक्सर टोटो, ऑटो, और बाइक पर सवार होकर विद्यालय तक जाने वाले छात्र और अभिभावक अक्सर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लगातार छात्र और अभिभावकों द्वारा विद्यालय प्रबंधन को सड़क की दुर्दशा को ले कहे जाने पर प्राचार्य डॉक्टर अवधेश कुमार का कहना है कि उनके द्वारा जिला स्तर पर आयोजित बैठकों में कई बार सड़क के एजेंडे पर बात उठाई गई है। वर्तमान में सड़क की हालत से संबंधित फोटोग्राफ्स और पत्र भी डीडीसी के कार्यालय में 6 जुलाई 25 को उनके द्वारा उपलब्ध कराई गई है। फिलवक्त पीएम श्री विद्यालय बख्शीसा में 350 बच्चे नामांकित है रेसिडेंशियल विद्यालय होने के कारण छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों को भी अपने बच्चों से मिलने या फिर उन्हें उनकी जरूरत की समान उन तक पहुंचाने में सड़क की दुर्दशा के कारण काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है । इस विद्यालय में क्लास 6 से 12वीं कक्षा तक यहां बच्चों की इस रेजिडेंशियल स्कूल में पढ़ाई होती है। हालांकि सड़क की दुर्दशा के बारे में उप विकास आयुक्त के संज्ञान में दिए जाने पर उन्होंने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र इस दिशा में कार्रवाई करने की बात कही है।
*प्रधानमंत्री ने 20 फरवरी 24 को ऑनलाइन किया था उद्घाटन*
पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय बक्सिसा का देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 फरवरी 2024 को ऑनलाइन उद्घाटन किया था।इस विद्यालय का यहां संचालन हुए एक साल गुजर जाने के बाद भी विद्यालय तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क ना बन पाना कहीं ना कहीं शासन और प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। इस विद्यालय में लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा और अमरापारा के अधिकांश आदिवासी, आदिम जनजाति, दलित और सामान्य वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालय के उद्घाटन के अवसर पर तत्कालीन स्थानीय विधायक से लेकर राजमहल के विधायक भी पहुंचकर ऑनलाइन उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई थी। हालांकि वर्तमान युवा और तेज तर्रार डीसी भी इस विद्यालय के एनवल फंक्शन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी और वे इस विद्यालय के अध्यक्ष भी होते हैं। लेकिन अब तक उक्त विद्यालय तक पक्की सड़क का ना बन पाना दुर्भाग्य ही कहा जाए। यह विद्यालय झारखंड में केवल पाकुड़ और गढ़वा दो ऐसे जिले हैं, जहां आदिवासी और आदिम जनजाति बहुल आबादी को देखते हुए इन दो जिलों में दो-दो नवोदय विद्यालय संचालित है। बावजूद विद्यालय तक सड़क ना होना कहीं ना कहीं शासन और प्रशासन की अनदेखी की ओर भी इंगित करता है।

*सुमन कुमार दत्ता/जन जागरण संदेश *

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