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वाराणसी/दिनाक 14 जुलाई 2025 (सू0वि0) *किसान भाई अपनी फसल के आवश्यकतानुसार ही उर्वरकों का क्रय एवं प्रयोग करें-जिलाधिकारी* *जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है-सत्येंद्र कुमार*

वाराणसी/दिनाक 14 जुलाई 2025 (सू0वि0)

*किसान भाई अपनी फसल के आवश्यकतानुसार ही उर्वरकों का क्रय एवं प्रयोग करें-जिलाधिकारी*

*जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है-सत्येंद्र कुमार*

*समस्त साधन सहकारी समितियों पर सचिव, जिला कृषि अधिकारी, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक, सहकारिता का मोबाइल नम्बर, समिति खुलने का समय एवं रोस्टर का अंकन स्पष्ट रूप से कराया जाये-डीएम*

*सभी समितियों का रेट बोर्ड/स्टाॅक बोर्ड अद्यतन रखा जाये*

*6 समितियां कार्य नही कर रही है, इन्हें तत्काल संचालित किया जाये*

*जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में उर्वरकों के वितरण पर सतत् निगरानी हेतु क्षेत्रीय कर्मचारियों तथा खण्ड विकास अधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी प्रेक्षक के रूप में लगेगी*

वाराणसी। मुख्य सचिव उ0प्र0 द्वारा विडियो कान्फ्रेन्सिग के माध्यम से दिये गये निर्देश के क्रम में सोमवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में खरीफ 2025 अभियान को सफल बनाये जाने के लिए कृषकों को निर्धारित दर पर समय से उर्वरको की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने हेतु उर्वरक के क्रय, विक्रय एवं उपलब्धता के संबंध में विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक, सहकारिता, जिला प्रबंधक, पी0सी0एफ0 एवम् क्षेत्र प्रबंधक, इफको, वाराणसी द्वारा प्रतिभाग किया गया।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने सहायक निबंधक सहकारिता को निर्देशित किया कि जनपद के समस्त साधन सहकारी समितियों पर सचिव, जिला कृषि अधिकारी, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक, सहकारिता का मोबाइल नम्बर, समिति खुलने का समय एवम् रोस्टर का अंकन स्पष्ट रूप से कराया जाये। सभी समितियों का रेट बोर्ड/स्टाॅक बोर्ड अद्यतन रखा जाये। रोस्टर के अनुसार समितियां समय से खोली जाये तथा समितियों पर उर्वरकों की उपलब्धता बनी रहे, इसके लिए जिन समितियों पर 05 मै0टन उर्वरक अवशेष उपलब्ध रहे तभी उनसे संबंधित सचिव के माध्यम से धनराशि निर्दिष्ट खाते में जमा करवाते हुए उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। 93 समितियों में से 6 समितियां कार्य नही कर रही है, इसके लिए निर्देशित किया गया कि तत्काल उक्त समितियों को संचालित किया जाये। साथ ही निर्देशित किया गया कि निजी क्षेत्र के उर्वरक विनिर्माता कम्पनी से जो उर्वरक समितियों हेतु आवंटित हो रहा है उसके क्रय हेतु सभी समितियो के माध्यम से समय से धनराशि संबंधित खाते में जमा कराते हुए जिला प्रबंधक पी0सी0एफ0 से समन्वय स्थापित करके आपूर्ति सुनिश्चित करायी जाये। जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में उर्वरकों के वितरण पर शतत् निगरानी रखने हेतु क्षेत्रीय कर्मचारियों तथा खण्ड विकास अधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी प्रेक्षक के रूप में लगाने हेतु निर्देशित किया। जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए प्रत्येेक विक्रय केन्द्र पर रेट बोर्ड/स्टाॅक बोर्ड अद्यतन रखे तथा निर्धारित दर पर उर्वरकों की बिक्री सुनिश्चित कराये। कृषकों को उर्वरक पी0ओ0एस0 मशीन से उनकी जोत बही के अनुसार ही दिया जाये। साथ ही उसकी रसीद कृषकों को उपलब्ध करायी जाये। मुख्य उर्वरक डी0ए0पी0 एवं यूरिया के साथ अन्य किसी भी उत्पाद की टैगिंग कदापि न की जाये। यदि कही पर भी टैगिंग/ओवर रेटिंग/काला बाजारी का प्रकरण प्रकाश में आता है तो संबंधित के विरूद्व नियमानुसार विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। इस दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त किसान भाईयों से अपील की कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। किसी भी क्षेत्र में किसी भी उर्वरक की कोई कमी नहीं है। किसान भाई अपनी फसल के आवश्यकतानुसार ही उर्वरकों का क्रय एवं प्रयोग करें आवश्यकता से अधिक उर्वरकों का क्रय एवम् प्रयोग करने पर खेती की लागत में वृद्वि होगी तथा मिट्टी एवं पर्यावरण के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।

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