
सेवा भारती की पहल से एक माँ और शिशु को मिला नया जीवन – उमरिया जिला अस्पताल में सकुशल प्रसव, परिवार ने जताया आभार
“उमरिया से संजीव सोनी की रिपोर्ट“
उमरिया, 14 जुलाई 2025 – सेवा भारती की सामाजिक संवेदना और तत्परता ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जरूरतमंदों के लिए यह संगठन किसी संजीवनी से कम नहीं। ग्राम बांका निवासी श्रीमती लक्ष्मी यादव, जो गर्भावस्था के सातवें माह में थीं, उनका हीमोग्लोबिन गिरकर मात्र 4.5 ग्राम रह गया था। हालत गंभीर थी और उन्हें चंदिया अस्पताल से तत्काल जिला अस्पताल उमरिया रेफर किया गया। पति श्री दिनेश यादव यादव बेहद परेशान थे — न ब्लड डोनर का पता था, न ही यह विश्वास कि माँ और शिशु दोनों सुरक्षित रह पाएंगे। इसी बीच उन्हें सेवा भारती के बारे में जानकारी मिली।
📞 एक कॉल बना सहारा
दीनेश यादव ने सेवा भारती उमरिया के सचिव श्री अखिलेश त्रिपाठी से संपर्क किया और पूरी स्थिति बताई। त्रिपाठी जी ने तत्काल चिकित्सकों से समन्वय कर स्थिति की गंभीरता समझी, और संगठन के कार्यकर्ताओं को ब्लड डोनेशन हेतु सक्रिय किया।
💉 तीन यूनिट ब्लड से बची जान
सेवा भारती के कार्यकर्ता श्री यादवेंद्र दुबे और श्री श्रीकांत द्विवेदी ने एक-एक यूनिट रक्तदान किया। तीसरा यूनिट लक्ष्मी यादव के परिवार की ओर से दिया गया। इन तीन यूनिट्स की मदद से उनका हीमोग्लोबिन स्तर बढ़कर 8 ग्राम हुआ। डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक चिकित्सा देकर घर भेज दिया और डिलीवरी तक सावधानी बरतने की सलाह दी।
सेवा भारती कार्यकर्ता लगातार संपर्क में रहे और पति को समझाया गया कि पोषणयुक्त आहार जरूरी है ताकि ब्लड लेवल गिरने न पाए।
🏥 दोबारा बिगड़ी तबीयत, सेवा भारती फिर साथ आई
13 जुलाई को श्री दिनेश यादव का फिर फोन आया – पत्नी की तबीयत फिर बिगड़ गई थी और डॉक्टर बाहर रेफर करने की बात कह रहे थे। सेवा भारती सचिव ने तुरंत सिविल सर्जन डॉ. के.सी. सोनी और आरएमओ डॉ. संदीप सिंह से चर्चा की और केस की गंभीरता समझाते हुए उपचार की व्यवस्था की अपील की।
👶 सकुशल डिलीवरी, परिवार में खुशी
डॉ. सोनी और अस्पताल स्टाफ की तत्परता से महिला का जिला अस्पताल में सफलतापूर्वक सामान्य प्रसव करवाया गया। उन्हें एक सुपुत्र की प्राप्ति हुई। डॉक्टरों ने बताया कि केस क्रिटिकल था, लेकिन स्टाफ ने पूरी सतर्कता और अनुभव से माँ और बच्चे दोनों को सुरक्षित रखा।
🙏 परिवार का भावुक आभार
दीनेश यादव ने कहा,
> "अगर सेवा भारती और जिला अस्पताल का साथ न होता, तो शायद मेरी पत्नी और बच्चा आज हमारे साथ न होते। आप सब मेरे परिवार के रक्षक बनकर आए। मैं आजीवन आभारी रहूंगा।"
🤝 सेवा भारती का संदेश
सचिव अखिलेश त्रिपाठी ने कहा कि
> "सेवा भारती का उद्देश्य ही यही है — ज़रूरतमंद की सहायता करना। रक्तदान, चिकित्सा सहायता या अन्य कोई संकट, हमारा संगठन हर समय समाज के साथ खड़ा है।"
✅ निष्कर्ष
यह घटना सिर्फ एक सहायता की मिसाल नहीं, बल्कि समाज में संवेदनशील संगठनों और समर्पित चिकित्सकों की उपस्थिति का प्रमाण है। सेवा भारती और जिला अस्पताल उमरिया की यह साझेदारी आज एक माँ और नवजात के मुस्कुराते चेहरे के रूप में सामने आई है।