
मेरठ: धर्मकांटे के विवाद में महिला से अभद्रता, कपड़े फाड़े; पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप, SSP से लगाई न्याय की गुहार
जनपद मेरठ के किठौर थाना क्षेत्र के हसनपुर कला गांव में धर्मकांटे के एक विवाद ने गंभीर मोड़ ले लिया है, जहाँ एक महिला से सरेआम अभद्रता और मारपीट की गई। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि हमलावरों ने उसके कपड़े तक फाड़ दिए, और स्थानीय पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। न्याय की उम्मीद में पीड़िता ने मेरठ के एसएसपी को शिकायती पत्र सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
हसनपुर कला निवासी बबीता चौधरी (पत्नी सतेंद्र चौधरी) ने एसएसपी को दिए अपने शिकायती पत्र में बताया कि 1 जुलाई की सुबह करीब 8:30 बजे वह अपने खेत पर खड़ी थीं, जहाँ धर्मकांटे को लेकर विवाद चल रहा था। इसी दौरान गांव के कुछ दबंग युवक—राहुल, प्रशांत, अर्जुन (पुत्रगण रविंद्र), रविंद्र (पुत्र अज्ञात) और चार अन्य अज्ञात लोग वहाँ पहुँचे। उन्होंने धर्मकांटे पर जबरन अपना दावा ठोकते हुए बबीता से गाली-गलौज और अभद्रता शुरू कर दी।
पीड़िता का आरोप है कि इन युवकों ने उसे भद्दी-भद्दी गालियाँ दीं, उसके साथ मारपीट की और उसके ऊपर के कपड़े तक फाड़ डाले। बबीता ने यह भी बताया कि आरोपियों ने उसे गलत नियत से देखा और उसे गंभीर मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न का शिकार बनाया। किसी तरह वह अपनी जान बचाकर खेत से जंगल के रास्ते होते हुए घर पहुँची।
बबीता ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपियों ने उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी है। इस घटना के तुरंत बाद बबीता ने किठौर थाने में लिखित शिकायत दी, लेकिन दुखद रूप से आज तक पुलिस द्वारा कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।
स्थानीय थाने में सुनवाई न होने से निराश बबीता ने अब न्याय की उम्मीद लेकर सीधे मेरठ एसएसपी का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने एसएसपी से अपील की है कि दोषियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए।
इस मामले में किठौर थाना पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। राज्य सरकार द्वारा महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं, ऐसे में जमीनी स्तर पर इस तरह की घटनाएँ और पुलिस की उदासीनता चिंता का विषय बनी हुई है। पीड़िता और उसके परिवार को तत्काल न्याय मिलना आवश्यक है।