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सहकारी समितियों में नियमित रूप से उर्वरक का भण्डारण किया जा रहा है।

जिले की सहकारी समितियों में उर्वरक की आपूर्ति
(छत्तीसगढ़) जिला:_एम.सी.बी.09 जुलाई 2025 जिले में खरीफ सीजन प्रारंभ होते ही कृषकों द्वारा खाद एवं बीज की मांग की जा रही है।
जिसकी आपूर्ति हेतु जिले की सहकारी समितियों में खाद बीज पर्याप्त भंडारण है।
सहकारी समितियों में अब तक यूरिया का भण्डारण 1978.35 मि.टन, डीएपी का भण्डारण 476.55 मि.टन, एनपीके का भण्डारण 1266.05 मि.टन, एसएसपी 253.80 मि.टन, पोटाश 156.85 मि.टन इस प्रकार समस्त उर्वरकों का भण्डारण 4131.60 मि.टन हुआ है।
अब तक जिले के कृषकों द्वारा यूरिया 1720.02 मि.टन., डीएपी 399.70 मि.टन, एनपीके 1185.40 मि.टन, एसएसपी 117.70 मि.टन एवं पोटाश 105.25 मि.टन कुल 3528.07 मि.टन उर्वरक का उठाव किया गया है।
कृषक की मांग को ध्यान में रखते हुए सहकारी समितियों में नियमित रूप से उर्वरक का भण्डारण किया जा रहा है।
विकासखंड भरतपुर के सहकारी समिति सिंगरौली में अब तक यूरिया 54 मि.टन, एनपीके 46 मि.टन, एसएसपी 30 मि.टन, पोटाश 10 मि.टन का भण्डारण किया गया है।
आज की स्थिति में समिति में कृषकों के वितरण हेतु यूरिया 0.67 मि.टन, एनपीके 5.75 मि.टन, एसएसपी 14.60 मि.टन एवं पोटास 4.80 मि.टन उपलब्ध है।
विकासखण्ड- मनेन्द्रगढ़ के सहकारी समिति चैनपुर में अब तक यूरिया 143.86 मि.टन, डीएपी 46.10 मि.टन, एनपीके 101.15 मि.टन, एसएसपी 29.80 मि.टन, पोटाश 25 मि.टन का भण्डारण किया गया है।
आज की स्थिति में समिति में कृषकों के वितरण हेतु यूरिया 3.24 मि.टन, एनपीके 15.15 मि.टन, एसएसपी 2.20 मि.टन एवं पोटाश 9.50 मि.टन उपलब्ध है।
उर्वरक के उठाव होने के साथ- साथ भण्डारण की कार्यवाही भी की जा रही है। आने वाले समय में उर्वरक की कमी नहीं होगी।

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