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अघोषित बिजली कटौती से आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्युत उपकेंद्र पर किया प्रदर्शन चुनार पिरल्लीपुर पावरहाउस के अधिकारियों पर लगाया मनमानी का आरोप, चेतावनी— 15 दिन में सुधार नहीं हुआ तो करेंगे आमरण अनशन



पड़री (मिर्जापुर)।
क्षेत्र में लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार को फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने पड़री विद्युत उपकेंद्र पर प्रदर्शन कर जोरदार नारेबाजी की और अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि चुनार स्थित पिरल्लीपुर विद्युत केंद्र पर बैठे अधिकारियों की तानाशाही और मनमानी रवैए के कारण क्षेत्र को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है।

ग्रामीण उपभोक्ताओं ने कहा कि सरकार 18 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है। छः से सात घंटे ही बिजली मिल पा रही है, वो भी बार-बार फाल्ट और ब्रेकडाउन के नाम पर बंद कर दी जाती है। पुतरिहा निवासी आनंद उपाध्याय ने आरोप लगाया कि पिरल्लीपुर में बैठे कुछ अधिकारी सरकार की छवि खराब करने के इरादे से रोस्टिंग से अधिक बिजली कटौती कर रहे हैं।

बृजेश मिश्रा ने बताया कि स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि पढ़ाई, सिंचाई और दैनिक कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिन के भीतर बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ, तो वे आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे।

मौके पर पहुंचे अवर अभियंता ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया और बताया कि समस्या की एक बड़ी वजह केबिल का खराब होना और पिरल्लीपुर से की जा रही अघोषित कटौती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जहां-जहां केबिल खराब हैं, उन्हें बदला जा रहा है और जल्द ही स्थानीय स्तर की समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा।

प्रदर्शन में कमलेश दुबे, अखिलेश सिंह, ,सचिन पटेल, गुड्डू तिवारी, दीपेश मिश्रा, आनंद उपाध्याय, अर्जुन सिंह,शिवपुजन अग्रहरि, विक्की अग्रहरि, सतीश सिंह (भीम), सोहन जायसवाल,अभिरंजन, रिजवान,कैलाशसहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।

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