
प्राईवेट स्कूल संघ हांसी ने पोर्टल खोलने हेतु हांसी विधायक को दिया ज्ञापन -
हांसी ,पी.डब्लयु.डी. रैस्ट हाउस, में प्राईवेट स्कूल संघ हांसी के प्रधान रविन्द्र अत्री ढण्ढेरी की अध्यक्षता में एक मिटिंग का आयोजन किया गया जिसमें हांसी के आस-पास क्षेत्र के प्राईवेट स्कूल संचालक भारी संख्या में पहुंचें। अनिल कुमार ने बताया कि हमारे जो विद्यालय छोटे व बड़े स्तर के स्कूल है वो पिछले 30 वर्षो से चल रहे है। जैसे ही छुटिटयां समाप्त हुई शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा उनको पोर्टल बन्द कर दिया गया।
प्रधान रविन्द्र अत्री ढण्ढेरी ने हांसी पहुंचने पर सभी प्राईवेट स्कूल संचालकों का स्वागत करते हुए कहा कि जब भी विद्यालयों के समक्ष कोई भी समस्या आई है उन्होंने हांसी विधायक विनोद भ्याणा के समक्ष स्कूलों की समस्याओं को रखा। उन्होंने तुरन्त उसी समय उनका निदान शिक्षा विभाग पंचकुला के निदेशक व शिक्षा विभाग हरियाणा के मन्त्री से करवाया। जिसको मध्य नजर रखते हुए प्रदेश भर के अस्थाई स्कूल, एग्जीसटींग स्कूल, एम.आई.एस. पोर्टल पर संचालित स्कूल संचालकों ने प्रधान को आह्वान किया कि उनका पोर्टल बन्द कर दिया गया है और इस समस्या को हांसी के विधायक विनोद भ्याणा के समक्ष रखकर इस समस्या को दूर करने का कार्य करवाया जाये।
तेलू राम रामायण वाला ने कहा कि अधिकारीगण सरकार को गुमराह कर रहे है और पिछले 30 वर्षो में अब तक जो यह पोर्टल बन्द करने का कार्य किया गया है वह आज तक ऐसा किसी ने नही किया। ऐसा होना प्रदेश भर के स्कूलों के हित में बहुत ही निंदनीय है।
संदीप सांपला ने कहा कि आर.टी.ई. के बार-बार फार्म भरवाने के बाद भी स्कूलों का पोर्टल बन्द करना बहुत ही गलत कार्य है।
अनिल सातरोड़िया ने कहा कि स्कूलों को दो कोड मिले हुए है एक केन्द्रिय सरकार द्वारा और एक राज्य सरकार द्वारा। केन्द्रिय सरकार द्वारा प्राप्त कोड यू-डाईज आज भी विद्यालयों में चालु है लेकिन शिक्षा विभाग, पंचकुला द्वारा प्राप्त पोर्टल को बन्द कर दिया गया है।
प्रदीप पूनिया ने कहा कि तीन महीने सत्र के चले जाने के बाद भी इन स्कूलों में आधे से अधिक बच्चे दाखिला लेने से वंचित है। जिन स्कूलों का पोर्टल बन्द है उनको जल्द से जल्द खोला जावे।
दिनेश कौशिक ने कहा कि नियमों में सरलीकरण करके भूमि में छूट दी जाये ताकि स्कूल संचालक अपनी मान्यता ले सके।
प्रधान रविन्द्र अत्री ने स्थाई स्कूलों का पोर्टल खोलने पर विधायक विनोद भ्याणा का आभार जताया और कहा कि अब अन्य श्रेणी में जो-जो विद्यालय है उनको पोर्टल खुलवाकर उनको स्थाई मान्यता दिलवाई जावे ताकि पिछले काफी वर्षो से जो विद्यालय गरीब बच्चों को शिक्षा दे रहे है वे अपना कार्य यूं ही निरन्तर जारी रख सके। विधायक विनोद भ्याणा ने आश्वासन दिया कि वो इस समस्या का निदान अवश्य करवायेंगे। उनको इस विषय पर विशेष तौर पर चाहे शिक्षा मन्त्री और मुख्यमन्त्री हरियाणा से स्वयं मिल कर प्रदेश भर के इन सभी विद्यालयों को निजात दिलाने का काम करेंगे और उनका पोर्टल खुलवायेंगे।
इस अवसर पर प्रधान रविन्द्र अत्री, तेलु राम रामायण वाला, अनिल कुमार, प्रदीप पुनिया, अनिल सातरोडिया, संदीप यादव, सरदार हरिन्द्र पाल सिंह, कुलदीप यदुवंशी, राजबीर वर्मा, प्रवीण, मनोज आहूजा, कृष्ण कुंमार, सुरेश कुमार, मुरारी लाल, बलबीर, शमशेर सिंह, विजेन्द्र मलिक, जगदीश, बलबीर बास, प्रदीप मलिक, दिनेश कौशिक, उमेश तनोजा, अजय थुराना सहित काफी संख्या में स्कूल संचालक उपस्थित थे।