पुरानी बस्ती मैं निकाला गया नवाई का गश्त का जुलूस
आज के दिन हजरत इमाम हुसैन प्यासे और घायल होने के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरी सांस तक अपने सिद्धांतों पर अड़े रहे इसके बाद यजीद की सेना ने चारों ओर से हजरत इमाम हुसैन पर हमला किया जिससे हजरत हुसैन शहीद हो गए इसी दिन यजीद ने अपने अपने सेना को हजरत इमाम हुसैन को मारने का आदेश दिया था वह इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने मोहर्रम का दसवां दिन था