
कच्छ में जनरल अस्पताल का मुख्य द्वार बंद
कच्छ । गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री ने कच्छ में 2000 बेड की घोषणा की है, यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
जीके जनरल अस्पताल के अधिकारियों ने कोरोना जैसे कठिन समय में मुख्य द्वार को बंद कर दिया। पूरे कच्छ में आज कोरोना की भयानक स्थिति पैदा हो गई है। कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन की कमी, वेंटीलेटर और रेमडिसीवर की वजह से मौत का सामना करना पड़ रहा है।
कच्छ के सबसे बड़े जिले के एकमात्र जीके अस्पताल का मुख्य गेट बंद पड़ा है। बहुत गंभीर मामला। निजी अस्पताल के मालिक कोरोना के मरीजों के साथ आकर्षक व्यवहार कर रहे हैं। वे तैयार नहीं हैं। यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि किसी भी आपातकालीन मरीजों के लिए कितनी परेशानी पैदा हो सकती है, जिन्हें रात के बीच में किसी भी आपातकालीन दर्दीओ को भर्ती करना पड़ता है।
जिला प्रशासन से अनुरोध है कि वह जल्द से जल्द को फिर से खोल दे अन्यथा जीके के बाहर की सड़कों को सुबह में जाम कर दिया जाएगा जो राज्य सरकार के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन की भी जिम्मेदारी होगी।
रात भर जीके जनरल अस्पताल के दरवाजे बंद करने के विरोध में वर्तमान में अधिकारी के घर के बाहर धरना..राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के नरेशभाई महेश्वरी, हितेशभाई महेश्वरी, इकबाल जत ,और एमआईएम समामा के शकील समा हामिद समा । शामिल हुए थे।