
300 शुगर होने पर तुरंत चाहिए 5 हरे पत्ते, इंजेक्शन के बिना मिलेगा इंसुलिन, पेशाब में नहीं बनेंगे झाग
शुगर कम करने के लिए अब दवा खाने की जरूरत नहीं है। कुछ पत्तों से इस साइलेंट किलर का नेचुरल इलाज कर सकते हैं। इन्हें खाली पेट कच्चा चबाने के साथ काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। यह शरीर में इंसुलिन बनाने में मदद करते हैं।
300 से 400 शुगर रहना खतरनाक
अगर खाना खाने के बाद ब्लड शुगर 200 mgdL पहुंच जाता है तो यह डायबिटीज की बीमारी है। यह आंख, किडनी, नसें आदि को नुकसान पहुंचाने लगती है। जब शुगर का लेवल 300 या 400 पहुंच जाए तो यह खतरे की घंटी बन जाती है। इस समय आपको तुरंत जरूरी कदम उठाने की जरूरत है, वरना जल्दी ही किडनी खराब हो जाएगी। हाई ब्लड शुगर के लक्षणों को कम करने के लिए आयुर्वेद के 5 पत्ते कारगर साबित हो सकते हैं।
पेशाब में दिखने वाले डायबिटीज के लक्षण
डायबिटीज की वजह से पेशाब में कई लक्षण दिख सकते हैं। जैसे बार बार पेशाब आना, पेशाब में झाग बनना, पेशाब का रंग बदलना आदि। इसके साथ अत्यधिक प्यास लगना, नजर धुंधली पड़ना, हमेशा थकान रहना, सिरदर्द और चिड़चिड़ापन भी हो सकता है।
बिल्व का पत्ता
आयुष मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक बिल्व का पत्ता नेचुरल इंसुलिन का काम कर सकता है। इसे आम भाषा में बेल के पत्ते कहते हैं। यह ब्लड ग्लूकोज को कम करने में मदद करते हैं। इसे चबाकर खा सकते हैं या फिर रस निकालकर सेवन कर सकते हैं।
बिम्बा के पत्ते
यह कंदरू के पत्ते होते हैं। डायबिटिक पेशेंट्स को इसका जूस या काढ़ा देना चाहिए। इसके अंदर विभिन्न शोधों में हाइपोग्लाइसेमिक प्रोपर्टी देखी गई है। जिससे लक्षणों को कम किया जा सकता है।
तेज पत्ता
ताजा तेज पत्ता खाने से प्लाज्मा ग्लूकोज में कमी आती है। इनके अंदर कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड कम करने की ताकत भी देखी गई है। जिससे किडनी के साथ आपका दिल भी हेल्दी रहेगा।
मेथी के पत्ते
मेथी के पत्तों का रस हाइपरग्लासेमिया के घरेलू इलाज की तरह पाया गया है। यह उपाय सेवन करने के दो घंटे के अंदर असर दिखाना शुरू कर देता है। आप इसकी सब्जी बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।
गुड़मार
गुड़मार के पत्तों को भी हल्के में ना लें। मीठा कम करने वाले असर की वजह से इसका नाम गुड़मार रखा गया है। यह इम्यूनिटी बढ़ाती है और किडनी खराब होने से भी बचाती है।
खाना और एक्सरसाइज
इन 5 पत्तों के अलावा अपने खाने और एक्सरसाइज पर ध्यान दें। डाइट में मीठा और सिंपल कार्ब्स कम करें। फाइबर और प्रोटीन फूड्स की मात्रा बढ़ाएं। इसके साथ हफ्ते में 150 मिनट एक्सरसाइज करने का टारगेट रखें।
डिस्क्लेमर: लेख में दिए गए नुस्खे सामान्य जानकारी के लिए है। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।