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भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर डोनाल्ड ट्रंप के दावों को खारिज करते हुए जयशंकर ने वाशिंगटन में स्पष्ट किया स्थिति

अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। जयशंकर ने यह साफ किया कि सीजफायर केवल भारतीय और पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों (DGMO) के बीच हुआ था, और इसमें अमेरिका का कोई हस्तक्षेप नहीं था, जैसा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था।

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की प्रक्रिया पूरी तरह से द्विपक्षीय थी, और इस पर किसी भी तीसरी पार्टी का प्रभाव नहीं था। जयशंकर ने ट्रंप के इस दावे को खारिज करते हुए कहा यह एक भारतीय और पाकिस्तानी सैन्य डिप्लोमेसी का परिणाम था, और इसका कोई विदेशी हस्तक्षेप नहीं था।

इसके साथ ही, उन्होंने भारत-अमेरिका रिश्तों को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों में हमेशा भारत और अमेरिका का ही केंद्रीय स्थान रहेगा।

यह बयान उस समय आया जब 18 जून को पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर 35 मिनट तक बातचीत हुई थी, और विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस बातचीत के बारे में जानकारी दी थी।

जयशंकर का यह बयान स्पष्ट रूप से भारत के विदेश नीति के पक्ष को प्रस्तुत करता है और यह भी दर्शाता है कि भारत अपनी स्वतंत्र कूटनीति को लेकर कोई समझौता करने को तैयार नहीं है।

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