
जबलपुर की एक शिक्षक की कुशीनगर में दर्दनाक हत्या कर दी गई
जबलपुर की एक शिक्षक की कुशीनगर में दर्दनाक हत्या कर दी गई है इसमें हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक 45 वर्षीय शिक्षक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह हत्या किसी आपसी रंजिश या पुरानी दुश्मनी की वजह से नहीं, बल्कि एक धार्मिक कथा के मंच से किए गए मासूम सवाल की वजह से हुई।
एक ऐसा सवाल, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और बाद में उसकी जान का कारण बन गया। घटना की शुरुआत अप्रैल 2025 में हुई, जब जबलपुर के रिमझा इलाके में प्रसिद्ध संत स्वामी अनिरुद्धाचार्य की कथा का आयोजन किया गया था।
इस कथा में मझौली क्षेत्र के पडवार गांव से आए अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी भी पहुंचे थे। वे मंच से माइक पर बोले, "मैं 45 साल का हो गया हूं, मेरी 18 एकड़ जमीन है, फिर भी शादी नहीं हो रही, क्या कारण है?" स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने इस सवाल का हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया, और वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने ठहाके लगाए। इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड हुआ और सोशल मीडिया पर लाखों बार देखा गया। यह वही पल था, जिसने इंद्र कुमार की जिंदगी की उल्टी गिनती शुरू कर दी।
वायरल वीडियो पर पड़ी साइबर अपराधियों की नजर
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में बैठे कुछ ठगों ने इस वायरल वीडियो को देखा और इंद्र कुमार को अपने जाल में फंसाने की योजना बनाई। उन्होंने 'खुशी तिवारी' नाम की एक युवती की फर्जी पहचान बनाकर सोशल मीडिया पर उनसे संपर्क किया। बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ और जल्द ही बात शादी तक पहुंच गई।
इंद्र कुमार, जो वर्षों से विवाह के लिए परेशान थे, इस प्रस्ताव से बेहद खुश हुए। उन्होंने अपनी जमीन गिरवी रखकर लगभग 1.5 लाख रुपये जुटाए, गहने बनवाए और विवाह की आशा लिए कुशीनगर रवाना हो गए। जब वो हाटा थाना क्षेत्र पहुंचे, तो अपराधियों ने उन्हें एक सुनसान खेत में बुलाया। वहां पर इंद्र कुमार की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उनके पास से लाए गए नकद और गहने लूट लिए गए और शव को वहीं खेत में गाड़ दिया गया।
इधर जबलपुर में परिजनों को जब इंद्र कुमार की कोई खबर नहीं मिली तो उन्होंने मझौली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस को कुशीनगर के खेत में एक अज्ञात शव मिलने की जानकारी मिली, जो जांच के बाद इंद्र कुमार का निकला। कुशीनगर पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक महिला साहिबा बानो उर्फ खुशी और उसका साथी कौशल गौंड। पुलिस के मुताबिक, हत्या की योजना चार लोगों ने मिलकर बनाई थी, जिनमें से दो अभी फरार हैं।
परिवार की पीड़ा और सवाल
इंद्र कुमार के परिजनों का कहना है कि वे बहुत ही सरल और भरोसेमंद व्यक्ति थे, जिनकी एकमात्र ख्वाहिश थी शादी करना और एक सामान्य पारिवारिक जीवन जीना। शादी न हो पाने की पीड़ा इतनी गहरी थी कि वे संत से मंच पर सवाल पूछने तक चले गए। परिवार ने मांग की है कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर, फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए।